गुजरात में हिन्दी भाषीयों पर हमला: सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने के लिए 20 लोगों पर मामला दर्ज!

गुजरात से यूपी और बिहार के लोगों का पलायन जारी है। वहीं बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुजरात में बसे उत्तर भारतीयों को हिम्मत से काम लेने को कहा है लेकिन उनकी यह अपील भी लोगों में भरोसे को बरकरार नहीं रख पा रही है और लोगों का पलायन जारी है।

गुजरात से भाग कर लोग बिहार और यूपी में पहुंचने लगे हैं। इस बीच आज कांग्रेस के नेता अल्पेश ठाकोर का एक और वीडियो सामने आया जिसमें वो उत्तर भारतीयों के खिलाफ नफरत की बातें कहते सुनाई दे रहे हैं। उत्तर भारतीयों पर हमले के लिए लोगों को उकसाते दिख रहे हैं।

अहमदाबाद से पटना पहुंची ट्रेन आज खचाखच भरी थी। पटना जंक्शन पर अपना बोरिया बिस्तर लेकर पहुंचे लोगों से इंडिया टीवी संवाददाता नीतीश चन्द्र ने बात की। इन लोगों की बातें सुनकर रौंगटे खड़े हो गए।

इन लोगों को ठाकोर सेना के लोगों ने दस अक्टूबर यानि कल सुबह तक का अल्टीमेटम दिया था। कहा था कि या तो सबकुछ छोड़कर गुजरात से बाहर चले जाएं या फिर अंजाम भुगतने को तैयार रहें।

अहमदाबाद से पटना पहुंचे लोगों ने कहा कि गुजरात में रोजी रोटी कमाने गए थे जान गंवाने नहीं। जब जिंदगी पर खतरा है तो गुजरात में कैसे रहते? गुजरात में इस वक्त दूसरे राज्य के लोगों के मन में ऐसा डर बैठा है कि पूरी की पूरी कॉलोनी खाली हो गयी है।

इस बीच, पुलिस ने औद्योगिक इलाकों के आसपास गश्त बढ़ा दी है जहां प्रवासी मजदूर रहते हैं। वड़ोदरा में सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने औद्योगिक इलाकों में फ्लैग मार्च किया जहां कई बड़े और छोटे कारखाने हैं जिनमें 25,000 प्रवासी मजदूर काम करते हैं।

गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने बताया कि अब तक 533 लोग गिरफ्तार किए गए हैं और 61 मामले दर्ज किए गए हैं। अलग से, सात मामले सूचना प्रौद्योगिकी कानून के तहत दर्ज किए गए हैं और 20 लोग सोशल मीडिया पर घृणा संदेश फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए हैं। ऐसी भी खबरें हैं कि भीड़ के चलते कई जगह बसों का किराया बढ़ा दिया गया है।

राज्य के साबरकांठा जिले में 28 सितंबर को 14 महीने की एक बच्ची के साथ बलात्कार हुआ था और इस आरोप में बिहार निवासी मजदूर को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से ही, छह जिलों में हिन्दी भाषी लोगों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुईं।

इनमें से ज्यादातर जिले उत्तर गुजरात के हैं। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने टि्वटर पर लगातार कई ट्वीट कर पूछा कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी पार्टी के उन सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो “गुजरात में प्रवासियों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं।”