नरेंद्र मोदी अभी गुजरात के मुख्यमंत्री हैं और वहां गांवों में 324 रूपये व शहरों में 501 रूपये महीना से ज्यादा कमाने वालों को गरीब नहीं माना जाता। इसका मतलब ये हुआ कि 11 रूपये रोज कमाने वाला गांवो वाले गरीबी रेखा से ऊपर माना जाता है।
अखबार नई दुनिया के मुताबिक गुजरात हुकूमत के खुराक और फराहमी महकमा की एक हिदायत में कहा गया है कि शहरी इलाकों में 16 रूपये 80 पैसे रोजाना और देही इलाकों में 10 रूपये 80 पैसे रोजाना से कम कमाने वालों को ही बीपीएल कार्ड के काबिल माना जाए।
आपको बता दें, कुछ वक्त पहले मरकज़ी मंसूबा बंदी कमीशन (Central Planning Commission) ने शहर में 32 रूपये और गांव में 26 रूपये रोजाना कमाने वाले को अमीर बताया था जिस पर काफी तनाज़ा हुआ था। मोदी ने भी यूपीए पर करारे हमले किए थे।