गुजरात सरकार और गोरक्षा का पुतला फूंकने पर जेएनयू स्टूडेंट्स को नोटिस जारी

नई दिल्ली: दिल्ली की जेएनयू में गुजरात सरकार और गोरक्षा का पुतला फूकने पर जेएनयू प्रशासन ने ४ स्टूडेंट्स को नोटिस जारी किया है। जिनमें रामा नागा, अब्दुल मतीन, परवीन और मणिकांत शामिल हैं। इनमें से रामा नागा पहले भी देशविरोधी नारेबाजी करने के लिए सुर्ख़ियों में आ चुके हैं और उन पर राजद्रोह का केस भी दर्ज किया जा चुका है। नवभारत टाइम्स की खबर के मुताबिक़ इस मामले में जेएनयू प्रशासन ने आधिकारिक तौर पर अभी कोई जानकारी नहीं दी है। स्टूडेंट्स को दिए गए नोटिस में लिखा गया है, ‘यह 21 सितंबर 2016 की एक रिपोर्ट के सिलसिले में हैं, जो 19 सितंबर 2016 को साबरमती ढाबा पर रात 9.30 बजे गुजरात सरकार और गौरक्षा के पुतले फूंकने से संबंधित है। आपको निर्देश दिया जाता है कि 14 अक्टूबर 2016 को प्रॉक्टर के सामने पेश हों।

यूनिवर्सिटी प्रशासन के फैसले का विरोध करते हुए जेएनयूएसयू के पूर्व अध्यक्ष अकबर चौधरी ने कहा है कि इस तरह स्टूडेंट्स के खिलाफ लगभग हर दूसरे विरोध-प्रदर्शन के लिए कार्रवाई करना सही नहीं है लेकिन प्रशासन ऐसे कदम इस लिए उठा रहा है तांकि स्टूडेंट्स राजनीति में हिस्सा लेना बंद कर दें और वीसी के लिए जेएनयू को ‘मॉडल’ यूनिवर्सिटी बनाने का रास्ता साफ हो जाए, जो दक्षिणपंथियों के इशारों पर नाचे।