हार्दिक पटेल से समझौते में जुटी गुजरात सरकार
सूरत। हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन के हिंसक रूप ने गुजरात सरकार के लिए भी खतरे की घंटी बजा दी है। विवादित मुद्दे का समाधान तलाशने के लिए गुजरात हुकूमत ने पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल के पास अपने दूत को भेजा था।
लाजपोर जेल में भाजपा सांसद और प्रमुख पटेल नेता विट्ठल रडाडिया ने मंगलवार को हार्दिक से मुलाकात की। विट्ठल ने दावा किया कि समझौता होने पर पटेल नेताओं के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने के बारे में विचार किया जा सकता है। हार्दिक के खिलाफ देशद्रोह सहित कई आरोपों में मामला दर्ज है।
अदालत में पेशी के लिए बाहर आए हार्दिक ने कहा, ‘विट्ठलभाई रडाडिया हमारे समुदाय में प्रतिष्ठित नेता हैं। मैंने उनके साथ मुद्दे पर विस्तृत बातचीत की। समझौता फार्मूला समुदाय के हित में रहा तो मैं उसे स्वीकार करूंगा।
रडाडिया और हार्दिक ने पाटिदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) की ओर से उठाए गए मुद्दों पर विस्तृत बातचीत की। पीएएएस ने पटेल समुदाय को ओबीसी के तहत आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर आंदोलन चलाया था।
रडाडिया ने कहा, सीएम आनंदीबेन पटेल ने राज्य सरकार की ओर से हार्दिक से मिलने के लिए कहा था। उन्हें पटेल कोटा आंदोलन का समाधान तलाशने का जिम्मा सौंपा गया है।’ जेल के भीतर हार्दिक के साथ एक घंटे से ज्यादा समय तक मुलाकात चली। रडाडिया ने कहा कि उनके समुदाय को आरक्षण का लाभ मिलने की पूरी उम्मीद है।