अहमदाबाद 24 अक्तूबर (एजैंसीज़) चीफ़ मिनिस्टर गुजरात नरेंद्र मोदी को मुस्लिम कश फ़सादाद में उन के मुबय्यना रोल पर तहक़ीक़ात करने और चार्ज शीट पेश करने पर ज़ोर दिया गया है। क़ानूनी सलाहकार राजीव रामचंद्रन ने जो रिपोर्ट तैय्यार की है, उस की बुनियाद पर 2002 -ए-के मुस्लिम कश फ़सादाद में मोदी के मुबय्यना रोल पर चार्ज शीट पेश की जाये।
रिपोर्ट में जिस को सुप्रीम कोर्ट की जानिब से मुक़र्रर करदा ख़ुसूसी तहक़ीक़ाती टीम के तआवुन से तैय्यार किया गया है, हनूज़ एक राज़ की दस्तावेज़ है। अख़बार हिन्दू ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इस के ज़राए के मुताबिक़ ज़किया जाफरी केस में क़ानूनी सलाहकार ने अपनी रिपोर्ट में ऐस आई टी के इस ख़्याल से शदीद इख़तिलाफ़ किया है कि मोदी के ख़िलाफ़ कोई केस नहीं बनता। मुस्लिम कश फ़सादाद में हज़ारों अफ़राद हलाक हुए थे।
अहमदाबाद के बावसूक़ ज़राए ने बताया है कि गुजरात के सीनियर पुलिस ओहदा दारों, जिन में संजीव भट्ट भी शामिल हैं, से जरह किए जाने के बाद ही पता चला है कि चीफ़ मिनिस्टर भी फ़सादाद के ज़िम्मेदार हैं।
चीफ़ मिनिस्टर नरेंद्र मोदी की जानिब से फ़सादाद के दौरान पुलिस ओहदा दारों को हिदायत देने के लिए तलब करदा इजलास में संजीव भट्ट भी शरीक थे।
संजीव भट्ट और दीगर पुलिस ओहदा दारों से जरह के बाद ही पता चल सकता है कि मोदी बेक़सूर हैं या ख़ाती?। अगर तहत की अदालत रामचंद्रन की रिपोर्ट को क़बूल करे तो नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ ताअज़ीरात-ए-हिंद की मुख़्तलिफ़ दफ़आत जैसे 153A,153B,505 और 166 के तहत मुक़द्दमा चलाया जा सकता है।
ज़राए ने मज़ीद कहा कि ऐस आई टी ने मोदी के ख़िलाफ़ केस को बंद करने की सिफ़ारिश की ही, क्योंकि ऐस आई टी का कहना है कि संजीव भट्ट का ब्यान मुतनाज़ा और नाक़ाबिल एतबार ही। ऐस आई टी ने दो वुज़रा के ख़िलाफ़ भी कोई सबूत और रिकार्ड होने की तरदीद की है।
ये वुज़रा भी अहमदाबाद में मुस्लमानों पर होने वाले हमलों के दौरान मोदी के इजलास में शरीक थी। रामचंद्रन ने ऐस आई टी की रिपोर्ट को मुस्तर्द करदिया ही। ग़ैरमामूली तौर पर इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि संजीव भट्ट के ब्यान से वाज़िह होता है कि अहमदाबाद पुलिस कंट्रोल रुम में गुजरात के दो वुज़रा मौजूद थे।
दफ़ा 166 के तहत कोई भी सरकारी मुलाज़िम क़ानून की हिदायत की ख़िलाफ़वरज़ी करता है तो वो सज़ा का मु स्तहिक़ होता है। एहसान जाफरी क़तल केस में इन की अहलिया ज़किया जाफरी और शरीक शिकायत कनुंदा तीस्ता सीतलवाद को तहत की अदालत में चैलेंज करने का इख़तियार हासिल होगा।