गुमराह कुन मवाद की तक़सीम पर क़ादियानीयों के ख़िलाफ़ ज़बरदस्त मुज़ाहरा

क़ादयानयों की चीरा दस्तीयाँ (बदमाशियां)इतनी बढ़ गईं कि अब वो खुले बंदों मुस्लमानों के इमान पर डाका डालने से भी गुरेज़ नहीं करने लगे हैं और अब मुस्लमानों के मर्कज़ समझे जाने वाले हैदराबाद में आज़ादाना तौर पर घूमते हुए मुस्लमानों और गैर मुस्लिमों में अपने गुमराह अक़ीदा का परचार करने लगे हैं ताहम गैर मुस्लिम नौजवानों ने मादना पेट मंडी (धोबी घाट) के इलाक़ा में ज़बरदस्त एहतिजाज करते हुए अंग्रेज़ी, उर्दू और तेलगू ज़बानों में गुमराह अक़ीदा का परचार करने वाले क़ादयानयों का तआक़ुब किया जिस के नतीजा में उन्हें अपने मर्कज़ में पनाह हासिल करनी पड़ी।

जूं ही आलमे इस्लाम की जानिब से काफ़िर-ओ-गैर मुस्लिम क़रार दीए गए इस फ़िर्क़ा के प्रचारकों की सरगर्मियों के बारे में इत्तिला मिली मौलाना मुहम्मद अरशद क़ासिमी सिक्रेटरी मजलिस तहफ़्फ़ुज़ ख़तम नबुव्वत की क़ियादत में उलमाए किराम भी वहां पहुंच गए और एहतिजाज करने वाले ब्रहम मुस्लिम नौजवानों से तबादला ख़्याल किया। नौजवानों ने बताया कि पुलिस की निगरानी इस गुमराह तबक़ा के नौजवान मुस्लिम इलाक़ों में गशत करते हुए अपने अक़ाइद पर मबनी मवाद तक़सीम कर रहे थे।

नौजवानों ने बताया कि हमारे मना करने के बावजूद वो पुलिस की मौजूदगी का फ़ायदा उठाते हुए अपनी मज़मूम सरगर्मी जारी रखे हुए थे। इस वाक़िया की इत्तिला के साथ ही थोड़ी ही देर में सैंकड़ों नौजवान क़ादयानयों के मर्कज़ के अतराफ़ जमा होगए और इस गुमराह फ़िर्क़ा के ख़िलाफ़ ज़बरदस्त नारा बाज़ीकी। नौजवानों ने इल्ज़ाम आइद किया कि हमारे एहतिजाज पर कादयानी अपने मर्कज़ में जमा होते हुए अंदर से इश्तिआल अंगेज़ इशारे करने लगे।

मौलाना अरशद क़ासिमी ने वहां मौजूद पुलिस हुक्काम बशमोल ए सी पी मलक पेट डे वीज़न मिस्टर इक़बाल सिद्दीकी से बात चीत की और उन्हें बताया कि मुस्लिम नौजवान बहुत ज़्यादा ब्रहम हैं

चूँकि कादयानी खुले आम इस्लाम के बुनियादी अक़ाइद ख़तम नबुव्वत के इनकार पर मबनी मक्काराना मवाद तक़सीम कर रहे हैं और नौजवानों को इसी सूरत में ख़ामोश किया जा सकता है जब क़ादयानयों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ़्तार किया जाय और मुतनाज़ा मवाद ज़बत करलिया जाय।

 

एहितजाजी नौजवानों की बढ़ती तादाद और ब्रहमी को देखते हुए मौलाना अरशद क़ासिमी ने फैसला किया कि वो सइदाबाद पुलिस इस्टेशन तक पैदल एहितजाजी रियाली मुनज़्ज़म की जाय और पुलिस हुक्काम से तहरीरी शिकायत की जाय। मुस्लिम नौजवानों के का दयानी फ़िर्क़ा के ख़िलाफ़ एहतिजाज के बारे में सहीह जानकारी ना होने पर कुछ लोग उसे फ़िर्क़ा विराना तसादुम पर महमूल करने लगे थे ताहम पुलिस हुक्काम और मजलिस ख़तम नबुव्वत के क़ाइदीन ने सूरत-ए-हाल को भाँप लेते हुए एहतिजाज को मब्दा-ए-को मुंतक़िल करने में कामयाबी हासिल की।

पुलिस हुक्काम ने भी निहायत ही सब्र-ओ-तहम्मुल का मुज़ाहरा करते हुए किसी किस्म की ताक़त इस्तिमाल करने से गुरेज़ किया जिस के बाइस कोई नाख़ुशगवार वाक़िया पेश नहीं आया। हालात का जायज़ा लेने केलिए ऐडीशनल कमिशनर पुलिस (कुआर्डीनेशन ) मिस्टर अमीत गर्ग भी वहां पहुंच गए और मज़ीद पुलिस फ़ोर्स को मुतय्यन करने अपने मातहतीनों को हुक्म दिया ।

एहतिजाज के दौरान ही कन्वीनर मजलिस बचाओ तहरीक डाक्टर क़ायम ख़ान अपने पार्टी रफ़क़ा के साथ पहुंच गए और एहितजाजी नौजवानों और मजलिस तहफ़्फ़ुज़ ख़तम नबुव्वत के क़ाइदीन से बात चीत की और पुलिस हुक्काम से भी बात चीत करते हुए ख़ातियों के ख़िलाफ़ सख़्त तादीबी कार्रवाई करने का मुतालिबा किया और कहा कि इस फ़िर्क़ा की सरगर्मियों के बाइस शहर की पुरअमन फ़िज़ा-ए-मुकद्दर होने लगी है।

तेलगू देशम क़ाइद मिस्टर मुज़फ़्फ़र अली ख़ान भी वहां पहुंच गए। मुक़ामी तेलगू देशम कारपोरेटर मिस्टर एस सिरिनिवास रेड्डी ने सूरत-ए-हाल से लाइलम हिन्दू बिरादरी को वाक़िफ़ करवाया कि मुस्लमान एक गुमराह फ़िर्क़ा के ख़िलाफ़ मुज़ाहरा कर रहे हैं जिस का हिन्दू बिरादरी से कोई ताल्लुक़ नहीं है।

उन्हों ने मुक़ामी दुकानदारों को मश्वरा दिया कि वो एहतियातन कुछ देर के लिए दुक्का नात बंद करदें। बादअज़ां मौलाना अरशद क़ासिमी ने एक तहरीरी शिकायत पुलिस इस्टेशन में दर्ज करवाई जिस में इल्ज़ाम आइद किया गया कि कादयानी जिन्हें आलमे इस्लाम के तमाम मकातिब फ़िक्र ने गैर मुस्लिम और काफ़िर क़रार दिया है हत्ता कि आंधरा प्रदेश एस्टेट वक़्फ़ बोर्ड ने भी गुज़शता माह इस ज़िमन में एक क़रारदाद मंज़ूर करते हुए उस की तौसीक़ करदी है मगर ये फ़िर्क़ा ख़ुद को मुस्लमान ज़ाहिर करते हुए अपने गुमराह अक़ाइद फैला रहा है।

उन्हों ने कहा कि ये फ़िर्क़ा जिस का इस्लाम से कोई ताल्लुक़ नहीं है इस्लामी शाइर, क़ुरआन मजीद की आयात और अहादीस का इस्तिमाल कर रहा है जिस के बाइस मासूम और भोले भाले मुस्लमान गुमराही का शिकार होरहे हैं। उन्हों ने कहा कि ये तबक़ा अपने इबादत ख़ानों को मसाजिद से मौसूम करता है और इस्लाम का कलिमा भी तहरीर करता है जिस की वजह से भोले भाले और जाहिल मुस्लमान उन्हें मुस्लमान ही समझ कर उन के दाम फ़रेब का शिकार होरहे हैं।

उन्हों ने कहा कि ये मुस्लमानों के मुत्तफ़िक़ा अक़ीदा ख़तम नबुव्वत के मुनकिर हैं और ख़तम नबुव्वत का मसला मुस्लमानों का एक जज़बाती मसला है। पुलिस ज़राए के बमूजब ये तबक़ा अपनी जमात के क़ियाम की तक़रीब /23 मार्च को मनाना चाहते थे मगर जुमा के पेश नज़र मुक़ामी पुलिस ने इस की इजाज़त नहीं दी थी जिस पर आज वो अंदरूनी तौर पर एक तक़रीब मनाने की इजाज़त हासिल करली ताहम उन के कुछ नौजवान पुलिस की निगरानी में अपना मवाद तक़सीम करने लगे थे। क़ादियानीयों के मर्कज़ के रजिस्टर के मुताबिक़ आज की तक़रीब में 468 लोग शरीक हुए थे।

नौजवानों के एहतिजाज पर क़ाबू पाने के लिए मुक़ामी पुलिस ने कुइक रीएक्शन टीम, टास्क फ़ोर्स की जमीत को भी तलब करलिया था ताहम पुलिस ने सब्र-ओ-तहम्मुल का मुज़ाहरा करते हुए किसी किस्म की ताक़त का इस्तिमाल नहीं किया। पुलिस इस्टेशन पर मुक़ामी रुक्न असेंबली भी पहुंच गए थे। बाद अज़ां मौलाना अरशद क़ासिमी ने अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए कहा कि अगर वो ख़ुद को किसी फ़िर्क़ा या जमात से मौसूम करते हुए अपनी सरगर्मियां जारी रखते हैं तो हमें कोई एतराज़ नहीं है मगर वो ख़ुद को मुस्लमान क़रार देते हुए हमारे अक़ाइद पर डाका डालने की कोशिश कर रहे हैं

। उन्हों ने कहा कि क़ुरआन मजीद की आयात, अहादीस मुबारका, मक्का मुकर्रमा-ओ-मदेनअलमनोरा की तसावीर, कलिमा तैबा का इस्तिमाल करते हुए ये बावर करवाने की भी कोशिश करते हैं कि वो मुस्लमानों में से ही हैं जबकि आलम इस्लाम का मुत्तफ़िक़ा फैसला है कि वो मुस्लमान नहीं हैं जिस की तौसीक़ वक़्फ़ बोर्ड ने भी गुज़शता इजलास में एक क़रारदाद मंज़ूर करते हुए करदी है। उन्हों ने पुलिस हुक्काम से ख़ाहिश की कि शहर की पुरअमन फ़िज़ा-ए-को मुकद्दर करने वालों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाय और उन कीजानिब से तक़सीम किया जाने वाला क़ाबिल एतराज़ मवाद ज़बत करलिया जाय ।

पुलिस इस्टेशन में शिकायत दर्ज करवाने के बाद कुछ नौजवान दुबारा उन के मर्कज़ की जानिबरवाना हुए और सैंटर में मौजूद क़ादयानयों को गिरफ़्तार करने का मुतालिबा किया ताहमकुछ देर के बाद नौजवान पुलिस हुक्काम के तयक्कुन  पर वापिस लौट गए। इस दौरान सैंटर पर कुछ पत्थर भी फेंके गए।

बादअज़ां पुलिस ने सैंटर में मौजूद क़ादयानयों को अपनी हिफ़ाज़त में वहां से निकाल दिया। दरीं असना क़ादियानीयों की इस मज़मूम हरकत पर एमबी टी कारपोरीटर मिस्टर अमजद उल्लाह ख़ान ख़ालिद ने सईद आबाद पुलिस स्टेशन में एक तहरीरी शिकायत दर्ज करवाई। तंज़ीम इंसाफ़ पार्टी के अज़ीज़ ख़ान , मुहम्मद यूसुफ़ और मुहम्मद अनवर ने भी एहतिजाज किया।