नाबालिग कैदियों ने अपने खानदानों से मुलाकात कराने को लेकर सनीचर की शाम छह बजे बाल बेहतरी ट्रांसमिशन होम में तैनात चार जवानों की पिटाई कर दी। हवलदार जयराम सिंह के दाहिने हाथ की अंगुली टूट गयी। तीन दीगर सेक्युर्टी गार्ड रामनाथ सिंह, गोपाल उरांव व अवध बिहारी सिंह को संगीन चोट आयी। गुजिशता नवंबर से मारपीट की यह तीसरी वाकिया है।
बत्ती बुझा कर हमला किया :
इत्तिला मिलते ही पहले जमरे के अदालती ओहदेदार मो नईम अंसारी, डीएसपी दीपक कुमार पांडेय, ट्रांसमिशन होम सुप्रीटेंडेंट नागी सिंह कुंटिया व अवर पुलिस आमिष हुसैन इतवार को ट्रांसमिशन होम पहुंचे। मामले की छानबीन की। जख्मी हवलदार ने बताया कि ट्रांसमिशन होम में बाल कैदी मनोज उरांव के अहले खाना मुलाकात करने पहुंचे थे। उन्हें हमलोगों ने मिलने नहीं दिया। इसके बाद रोजाना की तरह क़ैदियों की तादाद मिलान करने के लिए हम तमाम जैसे ही बंदी रूम में गये, बाल कैदियों ने लाइट बुझा कर मंसूबा के तहत तरीके से मारपीट की। बाल कैदी मनोज उरांव ने कहा : मैं तो नौ मर्डर कर आया हूं और जुवेनाइल में हूं। इस हवलदार का भी मर्डर कर दो। कोई कुछ नहीं कर सकता है। जवानों के साथ मारपीट के बाद रिमांड होम में तैनात होमगार्ड के तीन जवान अपनी ड्यूटी छोड़ कर भाग गये। मो नईम अंसारी ने बाल बंदियों से भी पूछताछ की।
क़ैदियों ने ज़ालिम का सुबूत दिया
अदालती ओहदेदार मो नईम ने कहा कि बाल ट्रांसमिशन के क़ैदियों ने अपनी ज़ुल्म का सुबूत दिया है। ऐसी वाकिया नहीं होनी चाहिए। हुकूमत बाल क़ैदियों को सुधारने के लिए ट्रांसमिशन होम में रखती है। ट्रांसमिशन होम के कुछ क़ैदियों ने सारी निज़ाम में सवाल खड़ा कर दिया है। वाकिया की जांच कर मुल्जिमान पर सनाह दर्ज करायी जायेगी। डीएसपी दीपक कुमार पांडेय ने कहा कि जांच की जा रही है।