गुम्बदान क़ुतुब शाही की तज़ईन नौ और खुदाई के दौरान नादिर नमूने दस्तयाब

हैदराबाद 08 अगस्त:गुम्बदान क़ुतुब शाही की तज़ईन नौ के दौरान खुदाई में नादिर नमूने दस्तयाब हुए। ये नमूने और ज़ेरे ज़मीन दरयाफ़त वुज़ू ख़ाना, हउज़, मस्जिद क़ुतुब शाही दौर की तारीख़ को याद ताज़ा करता है।

समर पैलेस में खुदाई के दौरान दस्तयाब इंडोनेशिया का मर्तबान, चीन का बर्तन क़ुतुब शाहों के तिजारती ताल्लुक़ात को भी ज़ाहिर करती है। ये बात उस वक़्त मंज़र-ए-आम पर आई जब अमरीकी डिप्लोमेटिक मिशन बराए हिंद के डिप्टी चीफ़ मिशन माईकल हेयर ने गुम्बदान क़ुतुब शाही का दौरा किया।

अमरीका के तआवुन से आग़ा ख़ां ट्रस्ट फ़ार कल्चरल की ज़ेरे निगरानी जारी तज़ईन नौ के कामों का माईकल ने जायज़ा लिया और तज़ईन नौ के कामों के ताल्लुक़ से आगही हासिल की।

100 करोड़ रुपये के अख़राजात से इस वसी प्रोजेक्ट पर काम जारी हैं। डाक्टर रितेश निंदा जो आग़ा ख़ां ट्रस्ट के ज़िम्मेदार हैं, ने बताया कि समर पैलेस में खुदाई के ज़रीये ये बात सामने आई हैके इस इलाके में मुअल्लिम हुवा करता था और बाज़ाबता यहां कुरआनी तालीमात अंजाम दी जाती थीं और एसे कमरे भी दस्तयाब हुए जिससे तारीख़ के मुताबिक़ अंदाज़ा होता हैके मुअल्लिम और तलबा जो क़ुरआन की तालीम हासिल करने यहां रहा करते थे।

इस के अलावा बाग़ की खुदाई जो सुलतान क़ुतुब उल-मलिक के मक़बरे के क़रीब वाक़्ये है, इस मुक़ाम के ज़ेर-ए-ज़मीन भी कई ईजादात बरामद हो सकते हैं।