गुरुग्राम के सदर बाजार स्थित जामा मस्जिद से नमाज पढ़कर निकल रहे युवक के साथ मारपीट के मामले में पुलिस आयुक्त ने एसआईटी का गठन कर दिया है। पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) सुमेर सिंह के नेतृत्व में गठित यह एसआईटी आरोपी की गिरफ्तारी के साथ ही पीड़ित द्वारा लगाए गए आरोपों का सत्यापन करेगी। यह जानकारी पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकिल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत करते हुए कहा कि किसी भी अपराधी का कोई जाति और धर्म नहीं होता। इसलिए इस मामले को सांप्रदायिक मामला नहीं कहा जाना चाहिए। पुलिस आरोपी की धरपकड़ के लिए पूरी ताकत से काम कर रही है। पुलिस उपायुक्त सुमेर सिंह के नेतृत्व में मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है। इसमें सहायक पुलिस आयुक्त राजीव यादव, शहर थाना प्रभारी के अलावा अपराध शाखा और गुप्तचर शाखा के लोग शामिल हैं। अब तक की जांच में पुलिस को आरोपी के संबंध में कई अहम सुराग मिले हैं। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में साफ किया इस वारदात में किसी संगठन की भूमिका नहीं है। बल्कि वारदात शराब के नशे में व्यक्ति विशेष द्वारा की गई है।
उकसाने वाले भी रडार पर
पुलिस आयुक्त के मुताबिक अब तक की जांच में सामने आया है कि कुछ लोग शहर का माहौल खराब करने के लिए मामले को तूल देने का प्रयास कर रहे हैं। एसआईटी इन सभी लोगों की भी पहचान करने का प्रयास कर रही है। जरूरी हुआ तो इनके खिलाफ भी मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
गंभीर को खेर ने दी नसीहत
इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग करने वाले क्रिकेटर और भाजपा सांसद गौतम गंभीर को फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने मंगलवार को नसीहत दी। उन्होंने लिखा कि मीडिया के एक सेक्शन में मशहूर होने के लिए जाल में मत फंसिए। आपका काम बोलेगा, आपका बयान नहीं।