गुलबर्गा में मुस्लिम लीग की मर्कज़ी एहितजाजी रिया ली-ओ-जलसा का इनइक़ाद

गुलबर्गा ०९ दिसम्बर: ( फ़याकस ) इंडियन यूनीयन मुस्लिम लीग ज़िला गुलबर्गा ने 6 दिसम्बर को बाबरी मस्जिद की 19 वीं बरसी के मौक़ा पर योम-ए-स्याह , एहितजाजी रैली और बाज़याबी बाबरी मस्जिद जलसा का इनइक़ाद किया । शकील अहमद ज़िलई सदर की क़ियादत में मुस्लिम चौक से मर्कज़ी एहितजाजी रैली निकाली गई जो ख़ूनी अलावह हम्नाबाद बीस , कराना बाज़ार , क्लॉथ बाज़ार , जामि मस्जिद महबस ,सुपर मार्किट जगत सर्किल , मेन रोड तुम्ह पूरी सर्किल से होती हुई मिनी विधान सुविधा पहूँची । रिया ली में सिर्फ एक ही नारा लगाया जा रहा था कि बाबर तेरी मस्जिद में हम फिर अज़ां देंगे मुहम्मद ग़ौस जमादार रियास्ती रुकन आमिला नारा बाज़ी कर रहे थे ।

डिप्टी कमिशनर की मार्फ़त से सदर जमहूरीया हिंद और वज़ीर-ए-आज़म को रवाना करदा याददाश्तें अबदुलहमीद डाबर रियास्ती जनरल सैक्रेटरी और अबदुल मनान ऐडवोकेट ज़िलई जनरल सैक्रेटरी ने पढ़ कर सुनाईं । याददाश्तों मैं लिब्राहन कमीशन की रिपोर्ट के मुताबिक़ बाबरी मस्जिद इन्हिदाम में मुलव्वस तमाम ख़ातियों को गिरफ़्तार करके क़ानून और अदलिया की बरतरी क़ायम करने और मज़हबी मुनाफ़िरत के ज़रीया मुंतख़ब हुए तमाम अरकान पार्लीमान-ओ-असैंबली के इंतिख़ाबात को कुलअदम करने , सच्चर कमेटी की सिफ़ारिशात मुकम्मल लागू करने , मर्कज़ी और रियास्ती हुकूमतों की मुलाज़मतों में मुस्लमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात देने , असैंबलीयों और पार्लीमैंट में आबादी के तनासुब से मुस्लमानों को नुमाइंदगी देने , शिवसेना , महाराष्ट्रा नवनिर्माण सेना , बजरंग दल , वे एचपी राम सेना , हिंदूस्तान धर्म जैसी तंज़ीमों को जो मुल़्क की सालमीयत के लिए संगीन ख़तरा बनी हुई हैं पर फ़ौरी पाबंदी लगाने कीमतालबात किए गए हैं।

शहीद हेमंत करे की जानिब से बेनकाब किए गए हिन्दू दहश्तगरदों को गिरफ़्तार करने और हिन्दू दहश्तगर्दी के ख़िलाफ़ तहक़ीक़-ओ-तफ़तीश जारी रखने के भी याददाश्तों मैं परज़ोर मुतालिबात किए गए । बाद नमाज़ ज़ुहर मस्जिद सालहीन मुस्लिम चौक में मर्कज़ी जलसा बाज़याबी बाबरी मस्जिद मुनाक़िद हुआ ।अबदुलहमीद डाबर रियास्ती जनरल सैक्रेटरी ने सदारत की । अबदुल मनान ऐडवोकेट ज़िलई जनरल सैक्रेटरी ने कहा कि मुस्लमानों को याद हमेशा ताज़ा रखनी चाहीए और बाबरी मस्जिद की बाज़याबी तक एहतिजाज जारी रखना चाहीए ।

शकील अहमद ज़िला सदर ने कहा कि गुलबर्गा में इंडियन यूनीयन मुस्लिम लीग बाबरी मस्जिद की शहादत से आज तक हर साल कामयाब एहतिजाज-ओ-रिया ली मुनज़्ज़म और जलसा का इनइक़ाद करती रही है । उन्हों ने 6 दिसम्बर् और आशूरा के दिन भी बाअज़ मुस्लमान ताजिरों की जानिब से दुकानें खुली रखने पर सख़्त इज़हार तास्सुफ़ किया ।डाक्टर मुहम्मद हबीब अलरहमन ने बाबरी मस्जिद की बाज़याबी केलिए मुनज़्ज़म जद्द-ओ-जहद करने पर ज़ोर देते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद का मसला अब ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने अपने हाथ में ले लिया है । बाबरी मस्जिद के बारे में पर्सनल ला बोर्ड के जो भी इक़दामात हूँ वक़तन फूकन उन से मुस्लमानों को वाक़िफ़ करवाना चाहीए । ताकि इस हस्सास मसला पर मुस्लमानों की बेचैनी दूर होसके । सीनियर सहाफ़ी अज़ीज़ उल्लाह सरमस्त ने कहा कि मुस्लमान आपसी इंतिशार से कमज़ोर क़ौम बन कर रह गए हैं ।

जब तक वो इत्तिहाद और शुजाअत को इख़तियार नहीं करेंगे । दिफ़ा और इक़दाम के मौक़िफ़ में नहीं आयेंगे बाबरी मस्जिद हासिर नहीं करसकेंगे । अबदुल हमीद डाबर ने सदारती तक़रीर में गुलबर्गा में 2 तारीख़ी मसाजिद , मस्जिद अव्वल तालक़दारी और मस्जिद अरुब को शहीद किए जाने के बावजूद मुस्लमानों में बेहिसी पाए जाने पर अफ़सोस का इज़हार किया । जलसा की कार्रवाई अबदूर्रज़्ज़ाक़ कन्वीनर मुस्लिम यूथ लीग ज़िला गुलबर्गा ने चलाई|