कश्मीर एक बार फिर सर्दी ने शिद्दत इख़तियार करली है। वैसे कश्मीर तो मुल्क का सर्द तरीन इलाक़ा साल भर बरक़रार रहता है लेकिन नवंबर और दिसम्बर के इलावा जनवरी का महीना सर्द तरीन होता है जहां दर्जा हरारत नुक़्ता इंजिमाद तक पहुंच जाता है।
श्रीनगर, गुलमर्ग, कुपवाड़ा, पहलगाम के इलावा लीहा में भी दर्जा हरारत मनफ़ी 0.10 दर्ज किया गया। गुलमर्ग में स्कैटिंग से महज़ूज़(प्रभावित) होने वालों की ज्यादा तादाद अपने पसंदीदा खेल से महरूम रही। याद रहे कि हर साल हज़ारों सय्याह यहां स्कैटिंग से लुत्फ़ अंदोज़ होने पहुंचते हैं।
ये तादाद इन यात्रियों की तादाद के इलावा है जो अमरनाथ यात्रा के लिए यहां पहुंचते हैं जिस का सिलसिला काफ़ी तवील होता है। महकमा-ए-मौसीमियत ने आइन्दा चार दिनों के लिए शदीद सर्दी की पेश क़ियासी की है जबकि बर्फ़बारी भी होसकती है। फ़िलहाल गुलमर्ग को सर्द तरीन मुक़ाम क़रार दिया जाता है।