वाशिंगटन, २५ सितंबर (पी टी आई) अमेरीकी सदर बराक ओबामा इमकान है कि कल न्यूयार्क में सालाना अक़वाम-ए-मुत्तहिदा ( UN) जनरल असेंबली में अपनी तक़रीर के दौरान मुख़ालिफ़ इस्लाम ( इस्लाम विरोधी) फ़िल्म पर मुस्लिम दुनिया में हालिया बदअमनी के मसले पर भी लब कुशाई करेंगे, ओहदेदारों ने ये बात कही।
ओबामा आज न्यूयार्क के लिए रवाना हो रहे हैं ताकि आलमी इदारे ( विश्व स्तर) की जनरल असेंबली के 67 वें सालाना सेशन में शिरकत कर सकें। ये निशानदेही करते हुए कि अक़वाम-ए-मुत्तहिदा जनरल असेंबली हमेशा ही अ,एरीकी सदर के लिए मौक़ा फ़राहम करती है कि बैन-उल-अक़वामी ( International) सूरत-ए-हाल को मंज़र पर लाया जाय और अमेरीकी क़ियादत के वीज़न को पेश किया जाय, क़ौमी ( राष्ट्रीय) सलामती कौंसल के मुशीर ( सलाहकार) टॉमी वयाटर ने कहा कि उन्हें यक़ीन है कि ओबामा मुस्लिम दुनिया में हालिया इज़तिराब, और अरब दुनिया में जमहूरी ( Democracy/ प्रजातंत्र के) तबदीलीयों के वसीअ तर (बड़े पैमाने पर) तनाज़ुर (वीवाद) को भी छेड़ेंगे।
वयाटर ने कहा, जैसा कि उन्हों ने हालिया दिनों में किया, अमेरीकी सदर इस वीडीयो में पेश करदा ख़्यालात पर अपने मौक़िफ़ (निश्चय) को वाज़िह ( स्पष्ट) करेंगे, नीज़ ( और) साथ ही ज़ोर देंगे कि तशद्दुद ( ज़ुल्म / अत्याचार को) कभी भी काबिल-ए-क़बूल नहीं है, और इस पयाम से लीबिया, मिस्र और यमन जैसे मुक़ामात के क़ाइदीन (लीडर) ने सदर से राबते में शख़्सी तौर पर इत्तिफ़ाक़ ( सहमत) किया है।
वयाटर ने कहा, ओबामा ऐसा वाज़िह पयाम भी देंगे कि अमेरीका कभी भी मुस्लिम दुनिया से मुँह नहीं मोड़ेगा; जो अमेरीकीयों को नुक़्सान पहुंचाएं उन्हें कैफ़र-ए-किर्दार तक पहुंचाएगा; और बैरून-ए-मुल्क ( खाड़ी देश) हमारे जमहूरी ( प्रजातंत्र) इक़दार पर सख़्ती से डटा रहेगा।
ईरान एक और मसला है जिस पर तवक़्क़ो (उम्मीद) है ओबामा अपनी तक़रीर में बात करेंगे। वयाटर ने कहा, हम ने इस मसले को ईरान की अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम के मुआमले में अपनी बैन-उल-अक़वामी ज़िम्मेदारीयों की तकमील ( पूर्ती) में यकसर नाकामी के तनाज़ुर (हालात) में मुसलसल उठाया है।
लिहाज़ा यू एन जी ए उन्हें (ओबामा को) इस बात पर ज़ोर देने का एक और मौक़ा पेश करती है कि ईरान को न्यूकलीयाई हथियार तैय्यार करने की इजाज़त हरगिज़ नहीं देना चाहीए।