हजरत मआज बिन अनस रज़ी अल्लाहु तआला अन्हो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक सल्ललाह अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया, जो शख्स कुदरत रखने के बा वजूद गुस्सा पी गया, तो कयामत में अल्लाह उसे इख्तियार देगा के वो जिस हूर को चाहे पसंद करले। (अबू दाऊद)
हजरत मआज बिन अनस रज़ी अल्लाहु तआला अन्हो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक सल्ललाह अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया, जो शख्स कुदरत रखने के बा वजूद गुस्सा पी गया, तो कयामत में अल्लाह उसे इख्तियार देगा के वो जिस हूर को चाहे पसंद करले। (अबू दाऊद)