अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ऐतिहासिक पेरिस जलवायु समझौते से बाहर निकलने के फैसले पर गुस्सा और असहमति जाहिर की है. सीएनएन के मुताबिक, टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने ट्रंप की कारोबारी सलाह के दो परिषदों से इस्तीफा दे दिया. मस्क ने ट्रंप के ऐलान के बाद ट्वीट कर कहा, “मैं राष्ट्रपति की कारोबारी सलाह परिषदों से इस्तीफा दे रहा हूं. जलवायु परिवर्तन वास्तविक मुद्दा है. पेरिस समझौते से अमेरिका का बाहर निकलना सही नहीं है.”
मस्क ने पहले भी कहा था कि अगर ट्रंप इस समझौते से बाहर निकलते हैं तो वह पद से इस्तीफा दे देंगे. मस्क ट्रंप की मुख्य कारोबारी सलाहकार परिषद के 18 सदस्यों में से एक हैं. वह राष्ट्रपति की विनिर्माण रोजगार अभियान के भी सलाहकार हैं.
डिजनी के सीईओ बॉब इगर ने भी गुरुवार को कहा कि वह भी ट्रंप के फैसले के बाद स्ट्रैटजिक एंड पॉलिसी फोरम से इस्तीफा देने जा रहे हैं. इगर ने ट्वीट कर कहा, “नैतिक आधार पर मैं राष्ट्रपति की परिषद से इस्तीफा दे रहा हूं.” गगूल के सीईओ सुंदर पिचाई ने ट्वीट कर कहा, “आज के फैसले से निराश हूं. गूगल सभी के लिए अधिक स्वच्छ, अधिक समृद्ध भविष्य के लिए कड़ी मेहनत करता रहेगा.
जनरल इलेक्ट्रिक के सीईओ जेफ इमेल्ट ने ट्वीट कर कहा, “पेरिस समझौते पर आजे के फैसले से निराश हूं. जलवायु परिवर्तन वास्तविक मुद्दा है. उद्योग जगत को सरकार पर निर्भर नहीं रहना चाहिए.” माइक्रोसॉफ्ट अध्यक्ष ब्राड स्मिथ ने भी ट्रंप के इस कदम की आलोचना की. उन्होंने कहा, “हम पेरिस समझौते से बाहर निकलने के फैसले पर निराश हैं.” फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा, “जलवायु परिवर्तन समझौते से बाहर निकलना पर्यावरण के लिए नुकसानदेह है. यह अर्थव्यवस्था के लिए खराब है और इससे हमारे बच्चों का भविष्य जोखिम में है.”
एप्पल, स्टारबक्स, गैप, नाकि, एडिडास, लोरियल और मोंसांटो भी पेरिस जलवायु समझौते के समर्थन में दिखे. सीएनएनए के मुताबिक, यहां तक कि एक्सनमोबिल (एक्सओएम) और शेवरॉन (सीवीएक्स) जैसी तेल कंपनियों ने भी इस समझौते के समर्थन में आवाज उठाई.