गूगल की 14 वीं सालगिरा

नई दिल्ली, २८ सितंबर ( एजेंसी) आज आलमी सतह ( विश्व स्तर) पर गूगल सर्च इंजन के जितने चर्चे हैं इतने शायद ही किसी के हों । आज गूगल ने अपने पूरे 14 साल मुकम्मल ( पूरे) कर लिए और इस मौक़ा पर एक ख़ूबसूरत केक तैय्यार किया गया था जिस पर जली हर्फ़ों से क्रीम के ज़रीया अंग्रेज़ी में गूगल तहरीर किया गया था और केक के ऊपर 14 मोमबत्तियां रोशन की गई थीं ।

सालगिरा के मौक़ा पर ख़ूबी ये है कि जिस ने गूगल साईट खोली तो केक पर रोशन मोमबत्तियां बुझ जाती हैं । यहां इस बात का तज़किरा ज़रूरी है कि लैरी पेज और सर गिरी ब्रेन सितंबर 1998 में गूगल क़ायम किया था और इस के बाद से अब तक कंपनी में आलमी सतह पर ज़ाइद अज़ 30,000 मुलाज़मीन बरसर-ए-कार ( कार्यरत) हैं ।

पेज और ब्रेन की मुलाक़ात 1995 में स्टानफ़ोर्ड यूनीवर्सिटी में हुई थी । 1996 में उन्होंने एक सर्च इंजन ( जिस का इबतिदाई नाम बैक रब था) शुरू किया था जिस का मक़सद था कि इंटरनेट पर मौजूद जितनी भी वैब साईट्स हैं गूगल के ज़रीया उन से रब्त ( संपर्क) पैदा किया जाय ।

बशर्ते कि मुताल्लिक़ा साईट से सारिफ़ ( ग्राहक) को अपनी मतलूबा मालूमात हासिल ना हो रही हो । बहरहाल ये तो दुनिया जानती है कि उसके बाद क्या हुआ । गूगल ने एक तारीख़ रक़म करते हुए अपनी ख़िदमात का सिलसिला हनूज़ ( अभी तक) जारी रखा है । आज कम्पयूटर इस्तेमाल करने वाला कोई भी सारिफ़ ऐसा नहीं होगा जिस ने गूगल का इस्तेमाल ना किया हो ।

गूगल पर क्लिक कीजिए और अपनी मतलूबा मालूमात हासिल कर लीजिए । हैप्पी बर्थ डे गूगल! ।