गृहमंत्री के आंख की किरकिरी बना एसपी गौरव तिवारी का आदेश

शम्स तबरेज़, ब्यूरो रिपोर्ट—सियासत
अगर बात मध्य प्रदेश की हो और घोटालो की ज़िक्र न हो ऐसा संभव ही नहीं है। इस बार एक और घोटाला सामने आया है और वो पांच सौ करोड़ का हवाला कांड। इस हवाला कांड का खुलासा करने के बाद राष्ट्रीय मीडिया में छाने वाले एसपी गौरव तिवारी हैं। हवाला कांड का खुलासा करने के बाद एसपी गौरव तिवारी का ट्रांसफर कर दिया था। एक बार फिर एसपी गौरव तिवारी सुर्खियों में है। एसपी गौरव तिवारी का एक आदेश जो मध्य प्रदेश की सत्ताधारी सरकार की आंख की किरकिरी बन गई है। एसपी तिवारी ने अपने जारी एक आदश में कहा है, कि ‘अगर किसी भी थाना या चौकी का कोई भी पुलिस कर्मी लोकायुक्त द्वारा किसी भी मामले में पकड़ा जाता है तो वहां के थाना प्रभारी को तुरंत निलंबित कर दिया जाएगा। यह आदेश देने के बाद एसपी ने इस आदेश की कॉपी जारी की। जब यह कॉपी गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह के पास पहुंची तो मंत्री जी नाराज हो गए और बोले कि अगर ट्राफिक इंसपेक्टर कोई गलती करता है तो क्या एसपी को निलंबित कर दिया जाए? एसपी के आदेश से नाराज़ मंत्री जी ने कहा कि किसी पुलिसकर्मी की गलती का खामियाजा थानेदार क्यों भुकते। गृहमंत्री ने आदेश की समीक्षा करने का आदेश देते हुए कहा कि यदि एसपी का आदेश गलत पाया जाता है तो उन्हें नोटिस दिया जाएगा। यहां तक कि एसपी पर भी कार्रवाई हो सकती है।
एसपी गौरव तिवारी को कटनी के लोग काफी ज्यादा पसंद करते हैं और हवला कांड का खुलासा करने के बाद एसपी तिवारी का ये आदेश सरकार की आंख में किरकिरी बन चुका है। शायद एसपी तिवारी की ईमानदारी नेताओं को रास नहीं आ रही है।