असम के लखीमपुर जिले में दिल्ली गैंगरेप जैसा ही एक दिल दहलाने वाली वारदात हुई है। चार लोगों ने चलते ऑटो में एक खातून से गैंगरेप किया। और फिर हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं।
गैंगरेप के बाद उन लोगों ने खातून से मारपीट पीट की और आंखें निकाल ली। फिर उसे चलते ऑटो से बाहर फेंक दिया। लोगों की इत्तेला पर पुलिस ने खातून को अस्पताल में शरीक कराया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस ज़राये के अनुसार, यह वाकिया जुमे के दिन की है। खातून इलाके में अपनी छह साल की बेटी को घर लाने के लिए ऑटो से स्कूल जा रही थी। उसमें सवार चार लोगों ने उससे गैंगरेप किया और फिर हैवान बन गए।
उन लोगों ने गैंगरेप के बाद खातून को पीटा। उसके सिर और गर्दन पर गहरे जख्म थे। उसके बाद खातून की आंखें निकाल ली और चलते ऑटो से बाहर फेंक दिया। खातून को जहां फेंका गया वहां से बोगिनाड़ी थाना महज 50 मीटर की दूरी पर था।
खातून को ऑटो से फेंकते देखकर लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस को इत्तेला दी। पुलिस ने उसे एक मुकामी अस्पताल में शरीक कराया। बाद में खातून को गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इस वाकिया के एहतिजाज में पीर के रॊज़ को ख्वातीन तंज़ीम और लोगों ने नैशनल हाईवे 52 जाम कर दिया। वे खातून को इंसाफ दिलाने और मुल्ज़िमो को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे।
इंतेज़ामिया के आला ओहदेदारो ने मुल्ज़िमों की जल्द गिरफ्तारी की यकीनी दहानी देकर जाम खुलवाया। इस बीच पुलिस ने पूछताछ के लिए दो लोगों को हिरासत में लिया है।