गैंग रेप के साये में साल नौ का जश्न

लखनऊ, 02 जनवरी ( सियासत न्यूज़) राजधानी लखनऊ में इस साल नए साल का जश्न गुज़शता बरसों के मुक़ाबले में सादगी के साथ मनाया गया है । साल की पहली शब में जो जोश-ओ-ख़रोश हमेशा दिखाई देता था वो इस साल कम दिखाई दिया इसका असल सबब नई दिल्ली में एक लड़की के साथ हुई इजतिमाई आबरूरेज़ी और बाद में सिंगापुर के दवाखाने में ईलाज के दौरान हुई मौत के अल-मनाक वाक़िया था ।

इसके ख़िलाफ़ लखनऊ के अवाम ने मुख़्तलिफ़ तंज़ीमों के बैनर तले सड़कों पर निकल कर कौंसल हाउस के सामने ज़बरदस्त एहतिजाज किया । उत्तरप्रदेश के वज़ीर-ए-आला अखिलेश यादव ने रियासत के अवाम को नए साल की मुबारकबाद देते हुए उनसे रियासत को तरक़्क़ी याफ़ता और ख़ुशहाल रियासत बनाने में तआवुन मांगा ।

रियास्ती असेंबली के स्पीकर माता प्रसाद ने भी रियासत के अवाम को साल नौ की मुबारकबाद दी । उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने इजतिमाई इस्मत रेज़ि के वाक़िया की बिना नए साल का जश्न नहीं मनाया और ना ही मुबारकबादी दी । प्रदेश कांग्रेस का ये फ़ैसला दरअसल कुल हिंद कांग्रेस की सदर सोनीया गांधी की जानिब से लड़की के अफ़सोसनाक वाक़िया पर इज़हार ए ग़म के तौर पर नए साल का जश्न ना मनाने का ऐलान था जिस को मुल्क की तमाम रियासतों में कांग्रेस की इकाइयों ने पैरवी की।

राजधानी लखनऊ के ताज होटल होटल क्लार्क्स होटल जेमिनी और मुखतलिफ‌ क्लबों में साल नौ के ख़ुसूसी प्रोग्राम्स पार्टीयां ज़रूर हुईं लेकिन इनमें ख़ुशी-ओ-मुसर्रत जोश-ओ-ख़ुरोश गुज़शता के मुक़ाबले में कम दिखाई दिया ।