गै़रक़ानूनी कानकनी समाअत: वुकला ने सहाफ़ीयों को कवरेज से रोक दिया

पुलिस ने आज तशद्दुद पर आमादा वुकला के हुजूम पर आँसू गैस के शेल बरसाए और उन्हें मुंतशिर करने के लिए लाठी चार्ज भी किया। क़ब्लअज़ीं एहतिजाज हुजूम ने पुलिस अफ्सरान और मीडीया के अरकान पर ज़बरदस्त संगबारी की थी। ये वाक़िया सिटी सियोल कोर्ट में पेश आया था।

संगबारी में कई लोग बिशमोल डी सी पी ज़ख़मी हो गए। गै़रक़ानूनी कानकनी के एक मुआमला सी बी आई अदालत में समाअत होने वाली थी जिस में कलीदी मुल्ज़िम जी जनार्धन रेड्डी भी हाज़िर होने वाले थे और मीडीया समाअत के कवरेज (coverege) के लिए वहां मौजूद था।

लेकिन अचानक कुछ वुकला ने मीडीया के अरकान को ज़िद-ओ-कूब करना शुरू कर दिया। वजह ये बताई गई कि कुछ वुकला ने मीडीया के अरकान को जनार्धन रेड्डी की तस्वीरकशी करने से रोका जिस के बाद सूरत-ए-हाल नाख़ुशगवार होगई और वुकला, पुलिस और मीडीया के अरकान के दरमयान ज़बरदस्त बेहस छिड़ गई जो तशद्दुद इख्तेयार कर गई।

मीडीया अरकान के इलावा बाअज़ पुलिस ओहदेदार बिशमोल पुलिस कमिशनर रमेश संगबारी के दौरान ज़ख़मी हो गए। वुकला ने जब ये देखा तो उन्हों ने बतौर-ए-एहतजाज एक सरकारी कालेज की इमारत पर संगबारी शुरू कर दी जो अदालत के क़रीब ही वाक़्य है। संगबारी को देखते हुए कालेज के तलबा-ए-भी जारहीयत पर उतर आए। अदालत की इमारत से वुकला की जानिब से जब संगबारी का सिलसिला जारी रहा और हालात क़ाबू से बाहर हो गए, पुलिस ने फ़ौरी तौर पर वहां पहुंच कर लाठी चार्ज शुरू कर दिया और हुजूम को मुंतशिर करने की कोशिश शुरू कर दी।

इस सूरत ए हाल पर अपने ग़म-ओ-ग़ुस्सा का इज़हार करते हुए वज़ीर-ए-आला कर्नाटक सदानंद गौड़ा ने कहा कि ख़ातियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी। अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए उन्हों ने कहा कि वज़ीर-ए-दाख़िला आर अशोक से उन्हों ने मुसलसल राबिता क़ायम कर रखा है और हिदायत जारी की है कि सूरत-ए-हाल को क़ाबू में रखा जाय और सहाफ़ीयों को बहरहाल तहफ़्फ़ुज़ किया जाय।