गै़रक़ानूनी हिरासत-ओ-हरासानी के ख़िलाफ़ मुल्क गीर मुहिम

मुल्क भर में गैरकानूनी तौर पर हिरासत में रखे जाने के वाक़ियात की रोक थाम के लिए अकलियती क़ाइदीन , दानिश्वरों , मुफ़क्किरीन और माहिरीन क़ानून ने मुहिम का आग़ाज़ किया है।

इस सिलसिले में पॉपलेस मूवमेंट अगेंस्ट (UAPA) ने तमाम क़ौमी और इलाक़ाई जमातों को इस तरह की गैरकानूनी हिरासत और हरासानी को रोकने की मुहिम में शामिल करने की कोशिश की है ताकि आइन्दा आम चुनाव में सियासी जमाअतें इस मसले को अपने चुनाव मंशूर में शामिल करके पुलिस की तरफ से गैरकानूनी हरासत की रोक थाम का वाअदा करें।

तहरीक के सदर मौलाना वली रहमानी हैं जबकि कन्वीनर कमाल फ़ारूक़ी साबिक़ सदर नशीन अकलियती कमीशन नई दिल्ली हैं। इस मुहिम में मुसलमानों के अलावा ईसाई और दुसरे अकलियती तबक़ात के नुमाइंदों को शामिल किया गया है।

शहरी हुक़ूक़ के तहफ़्फ़ुज़ के लिए जद्द-ओ-जहद करनेवाली तनज़ीमों के जहद कार इस मुहिम से वाबस्ता होचुके हैं। कमाल फ़ारूक़ी ने आज दफ़्तर सियासत पहुंच कर जनाब ज़ाहिद अली ख़ां से मुलाक़ात की और मुल्क भर में शुरू मुहिम की तफ़सीलात से वाक़िफ़ किराया।

उन्होंने बताया कि मुल्क में टाडा और पोटा जैसे क़वानीन के ज़रीये हज़ारों अफ़राद को हरासाँ किया गया और किसी मुक़द्दमा के बगैर बरसों तक उन्हें महरूस रखा गया।

उन्होंने कहा कि इन क़वानीन के तहत गिरफ़्तार करदा 90 फ़ीसद से ज़ाइद अफ़राद बेक़सूर पाए गए जबकि सज़ा याफ़ता अफ़राद का फ़ीसद 0.81 है। टाडा मुक़द्दमात का जायज़ा लेने वाली कमेटी ने साबित किया कि बेशतर मुक़द्दमात बेजा थे।

कमाल फ़ारूक़ी ने बताया के यु पी ए हुकूमत की तरफ से खु़फ़ीया एजंसियों को ज़ाइद इख़्तयारात के ज़रीये इसी तरह के क़ानून को मुतआरिफ़ करने की कोशिश की गई।

उन्होंने कहा कि गैरकानूनी हिरासत के ज़रीये अवाम के बुनियादी हुक़ूक़ की ख़िलाफ़वरज़ी की जा रही है। कमाल फ़ारूक़ी ने बताया कि इस तरह के वाक़ियात में मुंबई , दिल्ली झारखंड और केराला शामिल हैं।

मुस्लिम अकलियत के अलावा दुसरे तबक़ात से ताल्लुक़ रखने वाले अफ़राद और नेक्सलाइटस के नाम पर भी अवाम को फ़र्ज़ी मुक़द्दमात के ज़रीये हरासाँ करने के वाक़ियात मंज़रे आम पर आए हैं।

पॉपलेस मूवमेंट की तरफ से तमाम क़ौमी और इलाक़ाई जमातों से रब्त क़ायम किया जा रहा है ताकि वो इस मसले को अपने इंतिख़ाबी मंशूर में शामिल करें। 5 मार्च को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडीयम में मुल्क भर के क़ाइदीन , दानिश्वरों और शहरी हुक़ूक़ के लिए जद्द-ओ-जहद करने वाले अफ़राद का कनवेनशन मुनाक़िद होगा।

इस तहरीक से इंसानी हुक़ूक़ की कई तनज़ीमें वाबस्ता होचुकी हैं। समाजी जहद कार शबनम हाश्मी और तीस्ता सेतलवाद भी इस तहरीक में शामिल हैं।

कमाल फ़ारूक़ी ने जनाब ज़ाहिद अली ख़ां से ख़ाहिश की के वो हैदराबाद में तहरीक के इस्तिहकाम में तआवुन करें। जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने गैर मजाज़ गिरफ्तारियों और झूटे मुक़द्दमात के तहत हरासाँ करने से मुताल्लिक़ वाक़ियात को अफ़सोसनाक क़रार दिया और कहा कि हैदराबाद में भी इस तरह के वाक़ियात के ख़िलाफ़ रोज़नामा सियासत ने ना सिर्फ़ जद्द-ओ-जहद की बल्कि मुतासरीन को क़ानूनी मदद फ़राहम की।