गै़र क़ानूनी तौर पर यूरोप आने वाले पाकिस्तानीयों की वापसी में पेशरफ़्त

पाकिस्तान की तरफ़ से आज पीर के रोज़ बताया गया है कि यूरोपीय यूनीयन के साथ गै़र क़ानूनी तारकीने वतन के हवाले से 2010 के एक मुआहिदे पर नज़रे सानी के लिए इत्तिफ़ाक़ राय हो गया है। इस मुआहिदे के तहत यूरोप गै़र क़ानूनी तौर पर पहुंचने वाले पाकिस्तानीयों को वापस भेज सकेगा।

इस्लामाबाद की तरफ़ से गुज़िश्ता बरस नवंबर में यूरोपीय यूनीयन से ऐसे पाकिस्तानी शहरीयों की वतन वापसी का सिलसिला मुनक़ते कर दिया था जो गै़र क़ानूनी तौर पर इस 27 रुक्नी बलॉक के किसी भी रुक्न मुल्क पहुंचे हों। पाकिस्तानी हुकूमत ने इस की वजह इस क़ानून का बेहद ग़लत इस्तेमाल बयान किया था।

जर्मन ख़बररसां इदारे डी पी ए के मुताबिक़ पाकिस्तानी हुक्काम ने दिसंबर में इन 30 पाकिस्तानीयों को क़ुबूल करने से इनकार कर दिया था जिन्हें तीन यूरोपीय ममालिक ने मुल्क बदर कर के एक जहाज़ के ज़रीए भेजने का फ़ैसला किया था। इस पेशरफ़्त के बाद यूरोपीय यूनीयन ने पाकिस्तान को एक इंतिबाह भी जारी किया था।