गोधरा की मुज़रिम गुजरात हुकूमत

पटना: 17 अप्रैल : : वज़ीरेआला नीतीश कुमार ने रेलवे वज़ीर के नाते गुजरात के गोधरा कांड को रोक पाने में नाकाम रहने के इल्ज़ाम को पूरी तरह खारिज करते हुए मंगल को कहा कि रेलवे वज़ीर का काम रेल हादसों को रोकना है, लेकिन कानून-निज़ाम देखना रियासती सरकार का काम होता है।

मालूम हो कि तब गुजरात में नरेंद्र मोदी वज़ीरे आला थे। कॉम्फेड कयाम तकरीब समारोह से बाहर निकल रहे वज़ीरे आला से जब रिपोर्टरों ने गोधरा कांड को लेकर भाजपा के तरफ से उठाये सवाल के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि किसी हंगामे या कानून-नेज़ाम के वज़ह से ट्रेनों की सलामती खतरे में हो, तो इसे देखना रियासती हुकूमतों की जिम्मेवारी है।

गौरतलब है कि पीर को बीजेपी तर्जुमान मीनाक्षी लेखी ने कहा था कि रेलवे वज़ीर के तौर पर 2002 में अगर गोधरा कांड को नीतीश कुमार ने रोका होता, तो गुजरात में फ़साद नहीं होता। उन्होंने आरजेडी सरबराह लालू प्रसाद के यह कहने कि मैंने तब इस्तीफा क्यों नहीं दिया, के जवाब में वज़ीरे आला ने कहा कि गोधरा कांड के बाद सदन की कार्रवाई बाधित हुई थी। मैंने सदन में लालू जी के एक -एक सवाल का जवाब दिया था। वज़ीरे आला ने कहा, लालू प्रसाद को ज्यादा बोलने की आदत है। वह कुछ-का-कुछ बोलते रहते हैं। रेल मंत्रालय का काम रेल टक्कर को रोकने तथा ट्रैक को ठीक रखने की है।