गुजरात के मुअत्तल शूदा आई पी एस ओहदेदार संजीव भट्ट ने आज सुप्रीम कोर्ट की मुक़र्रर कर्दा एस आई टी के अज़ाइम पर सवाल किया और कहा कि इसने गोधरा वाक़िया के ताल्लुक़ से उनके फ़राहम कर्दा सबूत को ट्रायल अदालत में पेश नहीं किया है ।
इस वाक़िया में गुज़श्ता साल 31 अफ़राद को ख़ाती क़रार दिया गया है । मिस्टर भट्ट ने इल्ज़ाम आइद किया कि अगर एस आई टी ने उनके हासिल कर्दा सेल फ़ोन काल्स रिकार्डस से इस्तेफ़ादा किया होता तो वाज़िह हो सकता था कि गोधरा वाक़िया पहले से तय शूदा मंसूबा के तहत नहीं था ।
उसेमें साज़िश का पहलू ही ख़ारिज हो जाता । मिस्टर भट्ट ने कहा कि नवंबर 2009 में उन्होंने एस आई टी में तलबी के दौरान तमाम दरकार और अहमियत के हामिल सेलफोन काल्स का रिकॉर्ड पेश किया था उन्होंने कहा कि ये तफ्सीलात गोधरा वाक़िया की तहकीकात करने वाली टीम के सपुर्द करने को कहा गया था ।
मिस्टर भट्ट ने कहा कि उन्होंने मार्च 2011 में एस आई टी रुकन से सवाल किया था कि आया उन्होंने फ़ोन रिकार्डस से मुताल्लिक़ तफ्सीलात को इस्तेमाल किया है तो मिस्टर मल्होत्रा ने कहा था कि अभी इस रीकॉर्ड का जायज़ा तक नहीं लिया गया है । उन्होंने कहा कि एस आई टी का ये इक़दाम उनकी नीयतों पर सवाल उठाता है ।