यूपी के सीएम योगी ने चैनल आज तक के कार्यक्रम में पिछले साल गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इंसेफेलाइटिस से बच्चों की मौत मामले में भी सवाल हुए. योगी ने उनका भी जवाब दिया और कहा कि उस हादसे में राज्य सरकार की कोई गलती नहीं थी और ऑक्सीजन की सप्लाई कहीं नहीं बाधित हुई थी.
योगी ने कहा कि अगर ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित होती तो जो बच्चे वेंटिलेटर पर थे, उनके जीवन को सबसे पहले खतरा होता. योगी ने कहा कि उन्होंने 9 अगस्त को भी अस्पताल का दौरा किया था. 10 और 11 अगस्त की रात को यह बात फैलाई गई कि उस रात इन बच्चों की मौत हुई. जबकि कई बच्चे 5 अगस्त से भी भर्ती थे और वे हादसे के बाद 12-14 अगस्त तक भी वेंटिलेटर पर थे. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इंसेफेलाइटिस आज से नहीं है, 1977 से है. 1996 से इस लड़ाई को वे खुद लड़ रहे हैं. उसी का नतीजा है कि गोरखपुर में वेक्टर बॉर्न बीमारियों के इलाज की सबसे अच्छी व्यवस्था है.
योगी के अनुसार यहां इंसेफेलाइटिस के लिए स्पेशल वॉर्ड बने हुए हैं. देश का एकमात्र गोरखपुर का मेडिकल कॉलेज है जहां वायरल रिसर्च सेंटर बना हुआ है. पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रभावित क्षेत्रों में लगातार वैक्सीनेशन हो रहा है. 2 अप्रैल से इंसेफेलाइटिस को लेकर एक महा अभियान भी शुरू हो रहा है.
योगी के अनुसार पिछले साल भी इंसेफेलाइटिस के खिलाफ बड़ी मुहिम हुई थी, इस साल और ताकत से बीमारी के खिलाफ लड़ेंगे. योगी ने कहा 92 लाख बच्चों को वैक्सीन दे चुके हैं.
इसके साथ ही योगी ने 2019 लोकसभा चुनाव में प्रदेश से बीजेपी को 80 में से 80 सीट मिलने का भरोसा जताया. योगी आदित्यनाथ ने एक और सवाल के जवाब में कहा कि उन्होंने यूपी के लोगों को बीते एक साल में बेहतर माहौल देने का प्रयास किया. योगी के मुताबिक देश-विदेश में यूपी के बारे में लोगों की धारणा