गोवा : चर्च ने कहा, चुनाव में नोटबंदी को ध्यान में रखें वोटर

पणजी : नोटबंदी को लेकर गोवा में चर्च की तरफ से एक बयान सामने आया है| डिजिटल इकोनॉमी की ओर बढ़ रही सरकार की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि ये देश की सबसे चिंताजनक घटना है|

इस बयान में कहा गया है कि नोटबंदी, देश के विकास में एक बड़ा गतिरोध बना है| ये सिर्फ़ कुछ खास उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने वाला था| गोवा में चुनाव को चर्च ने दिशा निर्देश देते हुए कहा कि राज्य के चुनाव में केंद्र की नीतियों को ध्यान में रखा जाए |

चर्च ने कहा कि सरकार का ध्यान आम आदमी के लिए अब रोटी, कपड़ा और मकान जैसे आवश्यक जरूरतों से हट गया है|  उसकी जगह डिजिटल और कैशलेस नीति के तहत स्मार्टफोन, एटीएम और पेटीएम जरूरी हो गए हैं |  सरकारी सुविधाओं का लाभ अगर गरीबों को लेना है तो अब इन बातों की चिंता करनी होगी|
चर्च ने साफतौर से गाइडलान जारी करते हुए कहा कि सरकार रोटी-कपड़ा और मकान जैसे प्राथमिक समाजिक मुद्दों से हटी है | अर्थव्यवस्था का विकास, भ्रष्टाचार और कालेधन से निपटने का सपना नोटबंदी के लिए दिखाया गया जबकि इसका असल मक़सद सिर्फ निजी कारोबारियों को ही लाभ पहुंचाना था |
चर्च ने कैथोलिक नागरिकों के लिए दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा कि  केंद्र सरकार की नीतियों को राज्य के चुनाव में अलग नहीं किया जा सकता|  वोट देते समय इसका ध्यान दिया जाना चाहिए कि केंद्र सरकार द्वारा देश के लिए लागू की गईं नीतियों को राज्य के स्तर पर भी ध्यान देने की जरूरत है |