गोवा में पर्रिकर सरकार के लिए आज चुनौती भरा दिन, आसान नहीं बहुमत साबित करना

नई दिल्ली। गोवा में भाजपा की नयी सरकार रहेगी या जाएगी इसपर आज फैसला होगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार मनोहर पर्रिकर विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे। उन्होंने मंगलवार को पणजी में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

पर्रिकर सरकार के लिए विधानसभा में बहुमत साबित करना आसान रहने की संभावना है क्योंकि गठबंधन को पर्याप्त संख्याबल का भरोसा है। मंगलवार शाम नौ मंत्रियों के साथ शपथ लेने वाले पर्रिकर के पास 22 विधायकों का समर्थन है जो 40 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के जादुई आंकड़े 21 से एक अधिक है।

रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले और चौथी बार गोवा के मुख्यमंत्री बनने के लिए घर वापसी करने वाले 61 वर्षीय पर्रिकर को अपने गठबंधन के सहयोगियों गोवा फारवर्ड पार्टी :जीएफपी:, महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी, एमजीपी, और निर्दलियों के समर्थन का भरोसा है।

आईआईटी से पढाई करने वाले पर्रिकर की पार्टी के 13 विधायक हैं और उन्होंने जीएफपी, एमजीपी के अलावा दो निर्दलियों के समर्थन से कुल 21 सदस्यों के साथ रविवार को सरकार बनाने का दावा पेश किया था। एक अन्य निर्दलीय विधायक ने कल गठबंधन को समर्थन दिया था जिससे यह संख्या बढकर 22 हो गई।

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार, गोवा विधानसभा में शक्ति परीक्षण आज होगा। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पर्रिकर ने भरोसा जताया था कि उनकी सरकार स्थिर होगी और पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। उन्होंने कहा, सबको साफ कर दूं कि यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।