कांग्रेस ने गोवा में शनिवार को सरकार बनाने का दावा पेश किया। पार्टी ने दावा किया है कि भाजपा विधायक फ्रांसिस डिसूजा के निधन के बाद मनोहर पर्रिकर सरकार ने विधानसभा में अपना बहुमत खो दिया है।
गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा को लिखे एक पत्र में विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने सरकार बनाने का दावा पेश किया और भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को बर्खास्त किये जाने की मांग की।
डिसूजा के निधन और दो विधायकों सुभाष शिरोडकर तथा दयानंद सोप्ते के निधन के बाद 40 सदस्यीय विधानसभा की क्षमता अब घटकर 37 रह गई है। सोप्ते और शिरोडकर द्वारा भाजपा में शामिल होने के लिए इस्तीफा देने के बाद इस समय कांग्रेस के 14 विधायक हैं। भाजपा के विधायकों की संख्या 13 है।
गोवा फारवर्ड पार्टी, एमजीपी के तीन-तीन विधायक और एक निर्दलीय तथा राकांपा के एकमात्र विधायक का भाजपा को समर्थन हासिल है। राज्यपाल को लिखे पत्र में कावलेकर ने कहा, ‘‘भाजपा से संबंध रखने वाले विधायक फ्रांसिस डिसूजा के दुखद निधन के मद्देनजर आपको विनम्रतापूर्वक सूचित किया जा रहा है कि मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में राज्य सरकार सदन में बहुमत खो चुकी है।’’
पत्र में कहा गया है, ‘‘हमारा अनुमान है कि भाजपा की संख्या में और कमी आयेगी और अल्पमत में होने वाली इस तरह की पार्टी को सत्ता में बने रहने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।’’
उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘इसलिए यह आप पर निर्भर है कि आप भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को बर्खास्त करें और यह सुनिश्चित करें कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी, जो सदन में सबसे बड़ी पार्टी है और वर्तमान में जिसके पास बहुमत है, उसे सरकार बनाने के लिए बुलाया जाये।’’
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, पत्र में कहा गया है, ‘‘इसलिए हम राज्य में सरकार बनाने का अपना दावा पेश कर रहे है और मांग करते है कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को बर्खास्त करके हमें तत्काल सरकार बनाने के लिए बुलाया जाये।’’
सोप्ते और शिरोडकर के इस्तीफे और डीसूजा के निधन के बाद रिक्त हुई विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 23 अप्रैल को राज्य में होने वाले लोकसभा चुनावों के साथ ही होगा।