कानपुर में हो रही एक रैली के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देशभर में गाय पर चल रहे विवाद पर आरएसएस और गौ रक्षकों राय दी है कि अगर बीजेपी और आरएसएस को गाय और नीलगायों से इतना ही प्यार है तो वे गायों को ले जाकर शाखाओं में रख ले। नीतीश ने बिहार में नीलगायों को मरवाने वाले अपने फैसले को भी जायज बताते हुए कहा कि हम जानभूझ कर थोड़ी जानवरों को मारना चाहते हैं। बिहार के किसानों के लिए ये नीलगाय बहुत बड़ी परेशानी बन गई थीं जिसके कारण जब हमने उन्हें मारने का फैसला किया तो मेनका गांधी जानवरों के अधिकारों की बात करने लगीं। मेरा कहना है कि अगर आपको गाय और नीलगाय से इतनी ही हमदर्दी है तो उन्हें ले जाकर अपने घरों या शाखा में रखें न कि बाहर लोगों की परेशानी बढ़ाने के लिए उन्हें खुला घूमने दें।
गौरक्षा का हवाला देती फिरती आरएसएस को यूपी में गौ रक्षा शाखा खोल लेनी चाहिए तांकि पशुओं की वजह से सड़क पर होने वाले एक्सीडेंट थोड़े कम हो जाएं। उन्होंने आरएसएस पर आरोप लगाया कि मरी हुई गाय की चमड़ी उतारने से मना करने वाले बीजेपी के नेता ही लेदर के जूते पहनते हैं। JDU के कार्यकर्ता बीजेपी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के जूतों की फोटो खींचे और फिर इनसे पूछें कि यह किसके चमड़े से बना है।