बेंगलुरु: पत्रकार-कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या की जांच करने वाले एक विशेष जांच दल के अधिकारियों ने शनिवार को संदिग्ध हत्यारों के तीन स्केच जारी किए हैं और वह सार्वजनिक मदद चाहते हैं।
एसआईटी सूत्रों के मुताबिक, “तीन लोग थे जो गौरी को उनके घर के पास मारने के लिए दो बाइक पर आए थे। दो एक बाइक पर थे और एक अन्य बाइक पर एक राइडर था। हम किसी की पहचान करने में सक्षम नहीं थे क्योंकि हर किसी ने हेलमेट पहना हुआ था।
Based on info we made sketches, we want cooperation from ppl so releasing sketches of the suspects: Police SIT on #GauriLankesh pic.twitter.com/GwOuT8L565
— ANI (@ANI) October 14, 2017
सूत्रों ने कहा, “हालांकि, सीसीटीवी फुटेज में पुलिस ने उस व्यक्ति की आँखें देख ली हैं. पुलिस ने तीन स्केच आर्टिस्ट की मदद ली और फ़ोटो में पुलिस को मिली समानताओं के आधार पर उन्होंने एक संदिग्ध का एक स्केच बनाया है।”
We also have video of the recce done by the suspects, releasing that as well: BK Singh, Police SIT Chief #GauriLankesh pic.twitter.com/qrAEbGF7LG
— ANI (@ANI) October 14, 2017
सिंह ने बताया, “हमें गौरी लंकेश के घर के बाहर सीसीटीवी से कुछ सुराग मिले, हम सभी कोणों की जांच कर रहे हैं. हमें अब तक दाभोलकर की हत्या के लिए कोई क्लू नहीं मिल पाया है।”
No confirmation that the weapons are same( in #GauriLankesh and MM Kalburgi case): BK Singh,Police SIT Chief pic.twitter.com/B2ITwVIZmY
— ANI (@ANI) October 14, 2017
जब पूछा गया कि क्या इसमें हिंदू संगठन सनातन संस्था की कोई भूमिका है, तो बी.के. सिंह, जो एसआईटी का नेतृत्व कर रहे हैं, ने किसी विशेष समूह या संगठन से इनकार करते हुए कहा कि बाहरी उपस्थिति में परिवर्तन संभवतः जांचकर्ताओं को गुमराह करने के लिए किया गया है।
Can't ascertain religion of suspects by external appearances like tilak or earrings as it could be done to mislead:Police SIT #GauriLankesh
— ANI (@ANI) October 14, 2017
That info (Sanathan Sanstha) is only in the media, from our side there is no info of any org till now: BK Singh,Police SIT #GauriLankesh pic.twitter.com/G3TzvdN1Sn
— ANI (@ANI) October 14, 2017
“यह जानकारी (सनाथन संस्था) मीडिया में ही है। हमारी तरफ से, अब तक किसी भी संगठन की भागीदारी की कोई जानकारी नहीं मिली है।”
55 वर्षीय गौरी लंकेश, 5 सितंबर को बेंगलुरू में उनके निवास के बाहर अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी।
लंकेश कन्नड़ अखबार ‘गौरी लंकेश पत्रिका’ की संपादक थीं।