गौरी लंकेश हत्या मामले में संदिग्ध शूटर गिरफ्तार, श्री राम सेने से जुड़ा है आरोपी

पत्रकार गौरी लंकेश हत्या मामले में कर्नाटक पुलिस की विशेष जांच दल (एसआईटी) ने परशुराम वागमोरे नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है. 26 वर्षीय वागमोरे राइट विंग ग्रुप श्री राम सेने का सदस्य है. माना जा रहा है कि उसने सितम्‍बर 2017 में गौरी लंकेश को उनके घर के बाहर गोली मारी थी.

आरोपी को मंगलवार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया. उसे पूछताछ के लिए 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है. एसआईटी ने उसके साथी सुनील अगासरा को भी गिरफ्तार किया है.

पुलिस के अनुसार, परशुराम बीजापुर जिले के सिंदगी कस्‍बे का रहने वाला है और वह मोबाइल की दुकान चलाता था. वहीं सुनील सिंदगी में ही में कपड़े प्रेस करने का काम करता था. वह 2012 में सिंदगी में तहसीलदार कार्यालय पर पाकिस्‍तान का झंडा फहराने का आरोपी भी था. इस घटना के बाद इलाके में हिंदू-मुस्लिम तनाव हो गया था लेकिन पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ लिया. जांच में सामने आया था कि सभी आरोपी हिंदूवादी संगठनों से थे. स्‍थानीय अदालत ने बाद में मामले को खारिज कर दिया था.

परशुराम के दोस्‍त राकेश ने न्‍यूज18 को बताया कि उसका गौरी लंकेश हत्‍याकांड से कोई लेनादेना नहीं है और वह पहले कभी बेंगलुरु नहीं गया. उसने बताया, ‘हम नहीं मानते कि वह हत्‍यारा है. वह सिंदगी में ही रहता था. यदि पुलिस के पास कोई सबूत है तो उन्‍हें यह हमें दिखाना चाहिए.’ उसने आगे बताया कि परशुराम को पुलिस ने तीन दिन पहले पकड़ा था. उसने हिंदू समाज को सरकार के खिलाफ खड़े होने का आग्रह भी किया.

परशुराम का मकान मंगलवार को बंद था और उसके माता-पिता से बात नहीं हो सकी. बेंगलुरु की एक स्‍थानीय अदालत ने परशुराम को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. उसने कोर्ट में कहा कि उसे वकील करना है. कुछ महीने पहले एसआईटी ने इस मामले में पहली गिरफ्तारी की थी. हिंदूवादी संगठन से जुड़े नवीन कुमार उर्फ होते मांजा को पकड़ा गया था. उससे पूछताछ के बाद कुछ और लोगों की भी गिरफ्तारी हुई.