जदीद साईंसी तहक़ीक़ के मुताबिक़ ग्यारह घंटे या ज़ाइद वक़्त तक बैठने को सेहत के लिए ख़तरनाक क़रार देते हुए खड़े हो कर काम करने और चलने फिरने की तजवीज़ दी गई है। ग़ैर मुल्की ख़बररसां इदारे के मुताबिक़ सिडनी यूनीवर्सिटी आस्ट्रेलिया की तहक़ीक़ाती टीम ने पैंतालीस साल की उम्र के दो लाख बाईस हज़ार लोगों का मुवाज़ना करते हुए इस नतीजा पर पहुंचे कि ग्यारह घंटे से ज़ाइद वक़्त के लिए काम करने वाले चार घंटे तक काम करने वाले लोगों के मुक़ाबले में ज़्यादा उम्र रसीदा नज़र आते हैं।
तहक़ीक़ में तजवीज़ दी गई है कि दफ़ातिर में मुसलसल बैठ कर काम करने से सेहत और रीढ़ की हड्डी के मसाइल पैदा हो सकते हैं लिहाज़ा काम में वक़्फ़ा कर के चलना फिरना या चल फिर कर काम करना ज़रूरी है