सऊदी अरब ने मक्का में ग्रैंड मस्जिद यानी मस्जिद अल-हरम के इमाम और प्रचारक शेख डॉ सालेह बिन मोहम्मद अल तालिब की रिपोर्टों की पुष्टि या इनकार करने को लेकर कुछ भी नहीं कहा है। ना ही सऊदी सरकार ने मक्का इमाम की गिरफ्तारी को लेकर कोई भी बयान दिया है की अआखिर उन्हें क्यों गिरफ्तार किया गया।
https://youtu.be/Uu9RSWWwdH0
रविवार को, सोशल मीडिया वकालत समूह विवेक के कैदी, जो सऊदी प्रचारकों और धार्मिक विद्वानों की गिरफ्तारी पर नजर रखता है और दस्तावेजों को दस्तावेज करता है, ने कहा था कि इस्लाम में कर्तव्य पर उपदेश देने के बाद शेख सलेह को गिरफ्तार किया गया था क्योंकि वह बुराई के खिलाफ बात कर रहे थे। मक्का इमाम का यह आखिरी बयान था क्योंकि इसके बाद उन्हें बिना किसी वजह गिरफ्तार कर लिया गया।
🔴 We confirm the arrest of the Imam of Haram Sheikh Dr. Saleh al Taleb, and it is said that the reason for the arrest is a speech about the doing evil and the duty in Islam to deny that in public! pic.twitter.com/8jq70ljDGg
— Prisoners of Conscience (@m3takl_en) August 19, 2018
मिडिल ईस्ट मॉनिटर के मुताबिक, कार्यकर्ताओं ने कहा कि अल-तालिब का “बुराई करने” पर आखिरी बयान दिया था। जिसकी वजह से उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया। आपको बता दें कि, सऊदी सरकार ने सिर्फ कुछ ही महीनों में दर्जनों इमाम और कार्यकर्ताओं को गिरफ़्तार किया है। जिसके लिए सऊदी की दुनियाभर में आलोचना हो रही है।
अलक़ुद्सुल अरबी की वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार सोशल मीडिया पर धार्मिक मामलों के बंदियों के पेज पर लिखा है कि आले तालिब को रविवार को हाजियों को संबोधित किया था।