ग्वांतानामोबे 2015 में बंद करने और अहम क़ैदीयों की अमरीका मुंतक़ली का फ़ैसला

वाशिंगटन 17 जनवरी( एजैंसीज़) अमरीका के आलमी क़ैदख़ाना ग्वांतानामोबे को जो सी आई ए और एफ़ बी आई के मुशतर्का मालिया और मुशतर्का कार्यवाईयों के ज़ेर-ए-इंतिज़ाम है, 2015 में बंद करने और अहम क़ैदीयों को अमरीका की रियासत वर्जीनिया मुंतक़िल करने का फ़ैसला किया गया है। ज़राए के बमूजब अफ़्ग़ानिस्तान, अरब ममालिक , पाकिस्तान और अफ़्रीक़ी ममालिक के क़ैदीयों को उन के मुताल्लिक़ा ममालिक के हवाला करदिया जाएगा।

ज़राए के बमूजब 64 से ज़्यादा ममालिक के 9,890 क़ैदी इस क़ैदख़ाने में हैं। मुबय्यना तौर पर महिकमा फ़ीनानस अमरीका ने क़ौमी बजट पर ज़बरदस्त बोझ की वजह से 2009 में सदर अमरीका ने ऐलान किया था कि इस क़ैदख़ाने के क़ैदीयों को अमरीका मुंतक़िल किया जाएगा और ये क़ैदख़ाना बंद करदिया जाएगा।

अब इत्तिला मिली है कि रियासत वर्जीनिया में एक ख़ुसूसी क़ैदख़ाना तैय्यार किया गया है जहां अहम दहश्तगरदों को मुंतक़िल किया जाएगा महिकमा फ़ीनानस अमरीका का कहना है कि ग्वांतानामोबे का रोज़ना ख़र्च 30 लाख डालर से ज़्यादा है जो नाक़ाबिल-ए-बर्दाश्त है। इलावा अज़ीं क्यूबा से 20 साला मुआहिदा भी ख़तम होरहा है। कीनीया, तनज़ानिया, मिस्र, सऊदी अरब, मोज़ मोबीक़, सूडान, यमन, मराक़िश, अल-जज़ाइर और ट्यून्स के हज़ारों अफ़राद क़ैदख़ाने में हैं। अमरीका ने मुताल्लिक़ा ममालिक से उन को तहवील में लेने की ख़ाहिश की है।