ग्वांतानामो बे जेल में 14 साल तक सबसे ज़्यादा टॉर्चर झेलने वाले मुहम्मद बाइज़्ज़त रिहा

 

एक आदमी है जिसको ग्वांतानामो बे के इतिहास में सबसे अधिक अत्याचार के शिकार कैदी के रूप में माना जाता है उसे लगभग 14 साल के बाद आरोप के बिना रिहा किया गया है।

मोहमेदोऊ ओउल्द स्लाही, एक मौरिटनियन नागरिक जिन्होंने हिरासत केंद्र में जीवन के बारे में एक मशहूर संस्मरण लिखा था, अमेरिकी अधिकारीयों द्वारा राष्ट्रिय सुरक्षा के लिए कोई खतरनाक न माने जाने के बाद रिहा हो कर अपने परिवार के पास पहुँच गए हैं |

जनवरी 2015 में प्रकाशित दा ग्वांतानामो बे डायरी में विवादास्पद अमेरिकी सैन्य जेल में कैदियों द्वारा झेले जाने वाले अपमान और दुराचार पर गहराई से जानकारी प्रदान की है।

अपने संस्मरण में, श्री स्लाही ने बाँधकर रखे जाने, आंखों पर पट्टी, लंबी अवधि तक खड़ा रखने, नंगा किया जाने, पानी से इनकार किया जाने और सोने न देने, असहनीय शोर और हिंसा की धमकियों के बारे में वर्णन किया है।

एक जगह उन्होंने महिला पूछताछकर्ताओं द्वारा यौन शोषण का वर्णन किया है। दूसरी जगह उन्होंने लिखा है कि उन्हें बाहर समुद्र में ले जाया गया था,तब तक खारा पानी पीने के लिए मजबूर कर किया गया जब तक उन्होंने उल्टी न कर दी और उसके बाद चेहरे और पसलियों में पीटा गया और खरोचों और पिटाई के निशान छिपाने के लिए बर्फ में डुबोया गया।

स्लाही ने लिखा है कि 2004 अत्याचार बर्दाश्त सीमा से बाहर हो जाने के बाद वह अपने जांचकर्ताओं को खुश रखने के लिए झूठे बयान देने लगे।

मिडिल ईस्ट ऑय के अनुसार अपनी रिहाई के बाद श्री स्लाही ने अपने पहले सार्वजनिक बयान में मौरिटनियन राष्ट्रपति मोहम्मद ओउल्द अब्देल अजीज द्वारा उनको रिहा कराने जाने के प्रयासों के लिए राष्ट्रपति का आभार व्यक्त किया।

श्री सलाही को 2001 में 9/11 के हमलों के बाद मॉरिटानिया में अमेरिकी बलों द्वारा गिरफ्तार किया गया था | उन पर 1991 और 1992 में अफगानिस्तान में कम्युनिस्ट नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अल कायदा की लड़ाई में शामिल होने के लिए अफगानिस्तान की यात्रा करने का आरोप लगाया गया था |

इसके बाद उन्हें जार्डन सशस्त्र बलों द्वारा अम्मान के लिए ले जाया गया जहां उन्हें सात महीनों के लिए एकान्त कारावास में रखा गया था, इसके बाद उन्हें 1999 में लॉस एंजिल्स बम धमाकों की साजिश में शामिल होने के संदेह पर अगस्त 2003 में ग्वांतानामो बे के लिए भेजा गया था।

श्री स्लाही की पुस्तक, जिसमें उन्होंने अपने बच्चों के साथ फिर से जुड़ने और एक छोटे से व्यवसाय शुरू करने की इच्छा के बारे में भी लिखा था, ने उन्हें 9/11 की साजिश से असंबंधित उच्चतम प्रोफ़ाइल ग्वांतानामो कैदी बना दिया था।

वह कथित तौर पर अफगानिस्तान में अपने कार्यों के बारे में कुछ नहीं छुपाते, लेकिन सार्वजनिक रूप से उन्होंने कहा है कि वह अमेरिका के खिलाफ कभी भी एक विरोधी लड़ाकू नहीं रहे ।

फ़रवरी 2016 में श्री स्लाही के एक अमेरिकी खुफिया खतरा समीक्षक ने कहा कि अपनी हिरासत के दौरान उन्होंने जिहाद के लिए अपने समर्थन को बनाए रखा है, लेकिन स्पष्ट किया है कि जिहाद के बारे में उनकी धारणा न तो निर्दोष लोगों की हत्या की है और न ही वे [ओसामा] बिन लादेन के न्याय के संस्करण समर्थन करते हैं ।

जुलाई में छ एजेंसीयों द्वारा श्री स्लाही के व्यवहार की समीक्षा के बाद उनके हस्तांतरण की सिफारिश की |  एजेंसीयों ने अपनी सिफारिश के लिए हिरासत के दौरान श्री स्लाही के बेहद सज्जन व्यवहार और उनके विचारों में परिवर्तन के स्पष्ट संकेतों का हवाला दिया | इसके बाद पेंटागन ने उनके रिहाई के आदेश जारी किये |

नैन्सी होल्लान्दर, उनके वकीलों में से एक है, ने कहा, “हम रोमांचित हैं कि PRB ने हमारे मुवक्किल को मंजूरी दे दी है। अब हम उनकी जल्दी रिहाई और अपने परिवार की बाहों में जल्द लौटने के लिए काम करते हैं । इसका लंबे समय से इंतज़ार है। ”

वर्तमान में ग्वांतानामो बे में 61 कैदी शेष हैं, जिनमें 30 को रिहा करने के लिए मंजूरी दे दी गई है ।