नई दिल्ली, 13 अप्रैल: वसंत विहार गैंगरेप मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट होने के बावजूद ट्रायल की रफ्तार धीमी पड़ गई है। इस मामले में तीन मुल्ज़िमो के वकील जहां जल्द से जल्द जिरह कर रहे हैं, वहीं मुकेश के वकील किसी न किसी तरह मामले को लटकाने में लगे हुए हैं। कल दोपहर को तीन बजे के बाद उनका ध्यान गवाह की ओर कम बल्कि घड़ी की तरफ ज्यादा रहा।
जुमे को साकेत वाकेय् फास्ट ट्रैक कोर्ट के जज योगेश खन्ना के सामने वसंत विहार थाने में तैनात हेड कांस्टेबल बतौर गवाह पेश हुए। हेड कांस्टेबल ने मुकेश के वकील एमएल शर्मा को बताया कि उन्होंने दूसरे पुलिस अहलकारो से सुना था कि मुतास्सिरा को दांतों से बुरी तरह काटा गया है। हालांकि उन्होंने लड़की को देखा नहीं था।
इसके बाद वकील शर्मा ने गवाह से तीन बजे तक कई सवाल पूछे। इस पर गवाह ने कहा कि वो इन सवालों का जवाब पहले दे चुके हैं। इस दौरान वकील ने कई बार कहा कि गवाह उनके सवालों का ठीक से जवाब नहीं दे रहा है। हेड कांस्टेबल ने इस इल्ज़ाम को गलत बताया कि मुल्ज़िमो को उन्होंने और दूसरे पुलिस ने परेशान किया था।
बहस के दैरान वकील शर्मा की खुसुसी सरकारी वकील दयान कृष्णन से कई बार नोकझोंक हुई। दयान ने कहा कि गलत सवाल पूछने पर उन्हें ऐतराज करने का हक है। जज ने भी वकील शर्मा को कई बार गलत सवाल पूछने पर टोका। बाद में एमएल शर्मा ने कहा कि वे बीच में बोल कर उनके सवालों को बर्बाद कर देते हैं।
करीब तीन बजे जब एमएल शर्मा ने गवाह से जिरह पूरी की तो अदालत ने दूसरे गवाह को पेश करने का हुक्म दिया। इस पर वकील शर्मा ने कहा कि वो ढाई घंटे जिरह कर चुके हैं। अब उनकी हालत दूसरे गवाह से सवाल करने की नहीं है। लेकिन कोर्ट ने कहा कि गवाह से जिरह करनी ही होगी। इसके बाद एमएल शर्मा ने नए गवाह से जिरह करने के बजाए फिर हेड कांस्टेबल से ही सवाल पूछने शुरू कर दिए।
इस दौरान उन्होंने घड़ी देखते हुए करीब साढ़े चार बजे तक उसी गवाह से जिरह की लेकिन फिर भी वो मुतमईन नहीं हुए। फिलहाल कोर्ट ने सुनवाई 15 अप्रैल तक के लिए मुल्तवी कर दी।