घरेलू क्रिकेट में जिस टीम से खेले ‘वसीम ज़ाफर’ वही बन गया रणजी चैम्पियन!

नई दिल्ली। वसीम जाफर, यह वह नाम है, जिसे भारतीय घरेलू क्रिकेट का सचिन तेंडुलकर कहा जाता है। एक बार फिर उन्होंने अपनी टीम को रणजी ट्रोफी चैंपियन बनाया। इस बार वह विदर्भ के लिए खेल रहे थे और हारने वाली टीम दिल्ली रही।

रेकॉर्ड लिस्ट पर नजर डालें तो पहली बार फाइनल में पहुंची विदर्भ रणजी ट्रोफी जीतने वाली 17वीं टीम है। इससे भी रोचक रेकॉर्ड यह है कि वसीम जाफर चैंपियन बनने वाली टीम का 9वीं बार हिस्सा रहे।

वसीम जाफर ने चौका जड़कर अपने करियर में पहली बार खिताबी मुकाबले में विजयी रन बनाया। मुंबई के पूर्व कप्तान जाफर 9वीं बार रणजी फाइनल में खेल रहे थे और हर बार उनकी टीम चैंपियन रही। देखा जाए तो उनका फाइनल रेकॉर्ड 100% है।

विदर्भ की टीम ने दिल्ली को इंदौर के होल्कर स्टेडियम में 9 विकेटों से हराकर पहली बार चैंपियन बनी। गौतम गंभीर और ऋषंभ पंत की 7 बार चैंपियन रही दिल्ली की टीम ने किसी तरह पारी की हार टाल सकी।

विदर्भ को दिल्ली ने जीत के लिए 29 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसे उसने पांच ओवरों में एक विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया।

लगातार दूसरी बार फाइनल की मेजबानी कर रहे होल्कर स्टेडियम में विदर्भ के सामने छोटा लक्ष्य था और उसने कप्तान फैज फजल का विकेट गंवाकर इसे हासिल कर दिया। जाफर (17) और संजय रामास्वामी (9) नाबाद रहे।

जाफर ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 241 मैच खेले और 49.78 की एवरेज से 17824 रन बनाए। उनका बेस्ट स्कोर नॉट आउट 314 रन हैं। इसमें 52 शतक और 86 अर्धशतक शामिल हैं।