नई दिल्ली: पिछले दिनों पेरिस में हुई क्लाइमेट कंट्रोल बैठक में हुए फैसलों को सामने रखते हुए मोदी सरकार हवा में बढ़ते प्रदूषण को काम करण के लिए सोलर ऊर्जा के इस्तेमाल पर जोर देने में जुट गयी है। सूत्रों की माने तो अभी सरकार सोलर ऊर्जा के इस्तेमाल को लेकर पूरा खाका खींचने में लगी हुई है और ऐसा कहा जा रहा है की आने वाले वक़्त में सरकार सोलर प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल को बढ़ावा के लिए भारी सब्सिडी देने पर भी विचार कर रही है।
इस स्कीम को नेशनल सौर अभियान (NSM) के तहत पांच साल तक पूरा करने के रुख में काम किया जा रहा है। जिससे देश में अगले पांच साल में सोलर रूफ टॉप सिस्टम लगा कर छतों पर 4,200 मेगावॉट सौर बिजली बनाने में मदद मिलेगी। सरकार अगर यह मुकाम हासिल कर लेती है तो 40 गीगावॉट सौर बिजली के पैदा होने से हर साल वातावरण से 6 करोड़ टन कार्बन डाइआक्साइड गैस को कम किया जा सकेगा। आपको बता दे की सरकार ने अब सोलर रूफटॉफ स्कीम को लागू करने के लिए बजट 600 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 5000 करोड़ रुपये कर दिया है। माना जा रहा है की सरकार आने वाले बजट में इस स्कीम का खुलासा करने वाली है ।