घर से भागी लड़की, बन गई अरबपति

नई दिल्ली, 03 फरवरी: उसे पूरा यकीन था कि उसकी किस्मत शादी करके घर और बच्चे संभालना नहीं बल्कि आसमान की ऊंचाइयों को छूना है। 17 साल की उम्र में घर से भागी चंदा आज अरब‌पति बन चुकी है। जो घरवाले उसे दुत्कारते थे, अब उसकी वजह से फखर कर रहे हैं। जी हां बात हो रही है चंदा जावेरी की, जो 17 साल में घर वालों के जबरन शादी करने के दबाव में भाग गयी थी और अब वह 30 साल बाद अरबपति बनकर लौटी हैं।

कोलकाता में 17 साल की उम्र में तीन साड़ी लेकर निकली यह लड़की आज की तारीख में एक कामयाबी स्किन केयर कंपनी की सीईओ है। जावेरी कहती हैं कि उन्होंने अपनी वालिदा को कई बार समझाया कि यह उनका रास्ता नहीं है पर वह नहीं मानी। वह कहती हैं कि मेरी वालिदा ने मुझे धमकाया कि अगर मैंने शादी के लिए हामी नहीं भरी तो वह खुद्कुशी कर लेंगी।

चंदा के पास न पैसा था न और कुछ लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और बिना किसी डर के वह अपनी मंजिल की और बढ़ी। दूसरी ओर उसका भाग जाना एक शर्म की तरह देखा जा रहा था। चंदा के भाई अरुण कुमार बताते हैं कि उस वाकिये के बाद घर वालों को काफी शर्मिंदगी झेलनी पड़ी।

पड़ोसियों ने खानदान का मजाक उड़ाया था, लेकिन अब चंदा इन सब के लिए एक मिसाल बन चुकी हैं। वह एक कामयाब मॉलिक्यूलर बायलॉजिस्ट बन चुकी हैं, जिसके पास चार पेटेंट हैं। वह अमेरिका की एक कामयाब स्किन केयर कंपनी की सीईओ हैं। चंदा ने बताया कि कोलकता के पार्क स्ट्रीट में एक विदेशी जोड़ा मिला था, जिसने उसे बोस्टन बुलाया और वहां पर उन्हें मदद का तयक्कुन भी दिया।

उस वक्त उनके पास हीरे की दो अंगुठियों के अलावा कुछ नहीं था। उन्हें बेच कर उसने ब्रिटिश एयरवेज से अपने बोस्टन जाने का इंतेजाम किया। बोस्टन पहुंच कर चंदा ने बुजुर्ग ख्वातीन के घर में मेड का काम किया। उनकी खिदमत से खुश होकर और आगे पढ़ने की उनकी ख्वाहिशजान कर चंदा की एक मालकिन ने उन्हें 30 हजार डॉलर का ईनाम दिया। इन पैसों से चंदा ने हार्वर्ड से मास्टर्स डिग्री ली।

इसके बाद चंदा ने कैलिफॉर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से नोबेल इनाम याफ्ता केमिस्ट लायनस पॉलिंग के डायरेक्शन में बायोकेमिस्ट्री में अपना रिसर्च शुरू किया।

‍‍‍‍———बशुक्रिया: अमर उजाला