श्री नगर। जम्मू कश्मीर में 200 साल पुरानी दस्तगीर दरगाह में अचानक आग भडकने कि वजह से तनाव का माहौल पैदा होगाया था लेकिन आज बुधवार को वहां हालात दरमियानी रहें बाजार समेत स्कुलें और सडकों पर साधनों कि भिड भाड देखने को मिली ।
एक अधिकारी ने बुधवार को यहां बताया कि वैसे शहर के पुराने इलाके में 6 पुलिस स्टेशनों कि हुदुद में अब भी वाहनों से और पैदल निकलने पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
अधिकारी ने कहा कि श्रीनगर के खानयार, रेनावाड़ी, नोवहाटा, एम.आर. गंज, साफादल और करालखुद पुलिस स्टेशन हुदुद में पैदल आने जाने और गाडीयां चलाने पर प्रतिबंध है। जिन इलाकों में प्रतिबंध लगाए गए है, वहां शांति का माहौल बना रहे इसलिए भारी तादाद में पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की तैनाती की गई है।
सोमवार को मुस्लिम गुरु शेख अब्दुल कादीर जिलानी की 200 साल से भी पुरानी दरगाह में अचानक आग लग जाने के बाद से श्रीनगर में तनाव का माहौल था। जिलानी का एहतराम मुस्लिम और हिंदू दोनों हि करते हैं। मुसलमान उन्हे पीर दस्तगीर बुलाते थे तो वो कश्मीरी हिंदुओं में काहनूव नाम से मशहूर है।
राज्य सरकार ने कश्मीर के असगर हसन सामून को आग लगने के हादीसे की जांच करने के अहकाम दिए है। दरगाह में तबरूकात की देखरेख करने वाले सैयद खालिद हुसैन जिलानी ने किसी तरह के शॉर्ट सर्किट होने से आग लगने के इम्कान से इन्कार किया है।
जिलानी ने कहा कि जब आग लगी उस वक्त दरगाह में बिजली नहीं थी। राज्य पुलिस ने भी आग लगने की वजहों का पता लगाने के लिए एक खुसुसी टीम तैयार कि है। पुलिस प्रमुख [श्रीनगर] सैयद आशिक हुसैन बुखारी ने बताया कि हम सभी पक्ष देख रहे है। हम अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे है।