सीबीआइ ने रांची दूरदर्शन के डाइरेक्टर शैलेश पंडित को पांच हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बुध की सुबह शैलेश पंडित दूरदर्शन के ही एक क्लर्क से अपने सरकारी रिहाइशगाह दूरदर्शन के डी ब्लॉक के क्वार्टर नंबर डी वन में रिश्वत ले रहे थे। क्लर्क व दूरदर्शन में काम वाले कांट्रेक्टरों ने पूरे मामले की जानकारी सीबीआइ की बदुनवान एंटी शाख को दी थी। जैसे ही क्लर्क ने पैसे दिए सीबीआइ की टीम ने पैसों के साथ धर दबोचा।
शैलेश को पकड़ने के बाद सीबीआइ की टीम उन्हें लेकर बदुनवान एंटी शाख के दफ्तर पहुंची। सीबीआइ ने यहां चार से पांच घंटे तक पूछताछ की। टीम ने शैलेश के दूरदर्शन वाकेय दफ्तर भी गई और मौके पर अहम कागजातों की पड़ताल की। सीबीआइ की एक टीम दिल्ली वाकेय शैलेश पंडित के रिहाइशगाह पर भी गई थी।
हर चीज में लेते थे दस फीसद कमीशन
सीबीआइ जांच में यह बात सामने आयी है कि प्रोग्राम के टेलीकास्ट, सामान की खरीद और कांट्रेक्ट की नौकरी तक में डाइरेक्टर 10 फीसद कमीशन की मांग करते थे। क्लर्क ने शिकायत की थी कि वह उनपर दबाव डालते थे कि कांट्रेक्टरों से पैसे लेकर उन्हें दें। हाल के दिनों में भी एक ठेकेदार से 10 हजार रुपये लेकर पहुंचाने के लिए दबाव डाला जा रहा था, लेकिन बात पांच हजार रुपये में तय हुई थी। बुध को यही पैसे लेकर क्लर्क उनके पास गया था।
30 जून को होने वाले थे रिटायर
रांची दूरदर्शन के डाइरेक्टर शैलेश पंडित 30 जून को रांची दूरदर्शन से रिटायर होने वाले थे। रिटायरमेंट से ठीक पहले उनकी गिरफ्तारी को कई लोग उन्हें फंसाने की साजिश से भी जोड़ रहे हैं।