चंडीगढ़ और रायपुर की तर्ज पर रांची में नयी दारुल हुकूमत बनाने की हिदायत वजीरे आला रघुवर दास ने दिया है। वह बुध को प्रोजेक्ट भवन में नयी दारुल हुकूमत और ग्रेटर रांची की तामीर के मुद्दे पर आला बैठक कर रहे थे।
बैठक को खिताब करते हुए उन्होंने कहा कि गुजिशता दिनों नयी दारुल हुकूमत बनाने के लिए उन्होंने खुद कई मुकामात को देखा। नयी दारुल हुकूमत की इमकान का जायजा करते हुए गौर किया जा रहा है। नयी दारुल हुकूमत को क़ौमी/बैनअल अकवामी सतह के मेयार को जेहन में रखते हुये देवलोप किया जाना है।
इसके लिये मुल्क में देवलोप किये गये शहरो की बुनियाद इन्फ्रासट्रक्चर का तजवीज और तकनीक का तजवीज कर ऑप्शन तलाशने की हिदायत दिया गया है। नयी दारुल हुकूमत में एसेम्बली एमएलए के रिहाइशगाह, अफसरों के रिहाइशगाह समेत तालीमी, कोमर्सियल अदारों, इंस्टीट्य़ूशनल एरिया, खेल और तफरीह समेत जरूरी सहूलतों का इंतेजाम होना चाहिए। बैठक में चीफ़ सेक्रेटरी राजीव गौबा, इमारत तामीर महकमा के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी सुखदेव सिंह, सीएम के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी संजय कुमार, सीएम के सेक्रेटरी सुनील बर्णवाल, रांची के डीसी मनोज कुमार समेत आला अफसर मौजूद थे।
सीएम ने रांची मास्टर प्लान 2037 की तामीर मुश्तकबिल की तमाम इमकानात को जेहन में रखकर करने की हिदायत दिया। सरकारी जमीनों को निशानदेही किये जाने के लिए जरूरी कार्रवाई करने की हिदायत दिया। बैठक में केके सोन ने नयी दारुल हुकूमत के ओपशनों पर प्रेजेंटेशन दिया।