चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना के चन्द्रशेखर राव ने हुकूमत तेलंगाना के ख़िलाफ़ चीफ़ मिनिस्टर आंध्र प्रदेश एन चंद्रबाबू नायडू के रिमार्कस पर अपने शदीद रद्द-ए-अमल का इज़हार किया और चीफ़ मिनिस्टर आंध्र प्रदेश एन चंद्रबाबू नायडू को नोट के इव्ज़ वोट मुआमले में रंगे हाथों पकड़े जाने वाले चोर से ताबीर किया चंद्रबाबू नायडू ने अपनी कुरपट सरगर्मीयों की पर्दापोशी के लिए सब से पहले वावेला मचा रहे हैं और बौखलाहट का शिकार होकर दिल्ली का रुख़ किए हैं।
लेकिन उन्होंने वाज़िह तौर पर (चन्द्रशेखर राव ने) कहा कि मर्कज़ी हुकूमत भी उनकी ( चंद्रबाबू नायडू की) हरगिज़ कोई मदद नहीं करेगी क्युंकि चंद्रबाबू नायडू करप्शन के इव्ज़ 50 लाख रुपये देते हुए रंगे हाथों पकड़े जाने वाले चोर हैं।
चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना ने एन चंद्रबाबू नायडू को सख़्त वार्निंग देते हुए इंतेहाई सख़्त अलफ़ाज़ में कहा कि वो या उनके नाना, दादा भी इन का ( चन्द्रशेखर राव का) या तेलंगाना हुकूमत का बाल भी बैनगा नहीं करसकेंगे और वो हरगिज़ ये नहीं समझेंगे कि एक चोर को मर्कज़ी हुकूमत हरगिज़ कोई तआवुन या मदद नहीं करेगी। क्युंकि वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी इस तरह के मुआमलतों की हरगिज़ हिम्मत अफ़्ज़ाई करने वाले क़ाइद हरगिज़ नहीं हैं।
चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना ने कहा कि नोट के इव्ज़ वोट मुआमले में मौजूद पाए जाने वाले हालात के पेशे नज़र क़ानून के मुताबिक़ ही कार्रवाई की जाएगी और इस तरह क़ानून हर एक के लिए एक ही है लिहाज़ा क़ानून अपना काम करेगा और चीफ़ मिनिस्टर आंध्र प्रदेश चंद्रबाबू नायडू को अपने किए का ख़मयाज़ा भुगतना ही पड़ेगा।