कांग्रेस के रुकन राज्य सभा-ओ-साबिक़ मर्कज़ी वज़ीर चिरंजीवी ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू को सोने की थाल में रख कर इक़तिदार दिया गया है।
उन्होंने कहा कि पोलावरम प्रोजेक्ट सीमांध्र के लिए राहत का सामान बनेगा, क्युंकि मर्कज़ी हुकूमत ने उसे क़ौमी प्रोजेक्ट का मौक़िफ़ दिया है।
उन्होंने तेलंगाना की सियासी जमातों से अपील की के वो इस बावक़ार प्रोजेक्ट की तामीर में तआवुन करें। पार्लियामेंट में बेशतर जमातों की ताईद के बाद ही क़ानूनसाज़ी हुई है, ताहम आंध्र प्रदेश की हुकूमत को चाहीए कि वो इस पर सख़्ती से अमल करे और जल्द अज़ जल्द इस प्रोजेक्ट की तामीर को यक़ीनी बनाए।
उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट की तामीर से जो क़बाइल मुतास्सिर हो रहे हैं,उन्हें मर्कज़ी-ओ-रियासती हुकूमतें बड़े पैमाने पर राहत फ़राहम करेंगी।
उन्होंने कहा कि यू पी ए हुकूमत ने तक़सीम रियासत के बिल में तमाम सहूलतें फ़राहम करदी है, लिहाज़ा किसी के साथ नाइंसाफ़ी नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि मुतास्सिरीन को परेशान होने की ज़रूरत नहीं है, उनके साथ इंसाफ़ होगा और बिल में उनके लिए गुंजाइश फ़राहम की गई है।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना के जिन सात मंडलों को आंध्र प्रदेश में ज़म किया गया है, वो पहले आंध्र प्रदेश का हिस्सा थे, उन से मुकम्मिल इंसाफ़ होगा और वो ख़ुद इस के लिए काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि वो जब सदर प्रजा राज्यम थे तो ज़िला गोदावरी के किसानों ने उन से मुलाक़ात करते हुए पोलावरम प्रोजेक्ट की तामीर के लिए नुमाइंदगी की थी।
उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट का ख़ाब बहुत जल्द शर्मिंदा ताबीर होगा, जिस को अब तक सियासी जमातों ने अपना सियासी एजंडा बना रखा था, जब कि कांग्रेस ने रियासत की तक़सीम के साथ पोलावरम प्रोजेक्ट को भी एहमीयत दी, जिस में साबिक़ वज़ीर जय राम रमेश का बहुत अहम रोल रहा।