वाई एस आर कांग्रेस ने तेलुगु देशम से मुतालिबा किया कि वो रियासत की तक़सीम पर अपनी पालिसी को वाज़िह करे। ज़िला मग़रिबी गोदावरी में जल्सा-ए-आम से पहले चंद्राबाबू नायडू को अपना मौक़िफ़ ज़ाहिर करना होगा।
वाई एस आर कांग्रेस के रुकने असेंबली जी सुर्यकांत रेड्डी ने आज अख़बारी नुमाइंदों से कहा कि मुक़ामी क़ाइदीन को चाहीए कि वो सदर तेलुगु देशम पर दबाव डालें कि वो मुत्तहदा रियासत के लिए अपने मौक़िफ़ को वाज़िह करें और यगानगत का इज़हार करें।
अवाम से ख़िताब करने से पहले तेलुगु देशम का ये अख़लाक़ी फ़र्ज़ है कि वो आंध्र के अवाम को ये बताएं कि आंध्र प्रदेश की तक़सीम के बारे में इन का मौक़िफ़ किया है।
मुक़ामी क़ियादत को चाहीए कि वो अपने लीडर पर दबाव डालें। चंद्राबाबू नायडू के मुबहम मौक़िफ़ की वजह से उलझन पाई जाती है। उन्होंने रियासत की तक़सीम के लिए अपनी तसदीक़ की मोहर लगादी है। इस लिए वो मुत्तहदा रियासत के हक़ में अपनी राय ज़ाहिर करने का हक़ भी खो चुके हैं। जल्सा-ए-आम में वो सीमांध्र के लोगों को बेवक़ूफ़ नहीं बना सकते।
पार्लियामेंट में जिस वक़्त गड़बड़ होरही थी चंद्राबाबू नायडू भी दिल्ली में थे। उन्होंने ही इलाक़ाई बुनियादों पर पार्टी के अरकाने पार्लियामेंट को एक दूसरे के ख़िलाफ़ उकसाया था। दिल्ली में तेलुगु देशम क़ाइदीन ने जो किया है वो नायडू की स्क्रिप्ट के मुताबिक़ ही था।