चंद्रा बाबू नायडू की पदयात्रा के 200 किलो मीटर मुकम्मल

क़ाइद अप्पोज़ीशन-ओ-सदर तेलगूदेशम पार्टी मिस्टर एन चंद्रा बाबू नायडू ने गांधी जयंती के मौक़ा पर 2 अक्टूबर के दिन हिन्दू पर से शुरू करदा अपनी पदयात्रा आरहा हूँ आप के लिए के ग्यारहवीं दिन (200) किलो मीटर का फ़ासिला मुकम्मल किया।

मिस्टर चंद्रा बाबू नायडू ने आज भी और वाकोनडा हलक़ा असेंबली के अनू मक़ूला पली में पदयात्रा की । इस पदयात्रा के दौरान उन्हों ने अपने पैरों में सूजन महसूस की,

जिस पर उन की पदयात्रा के दौरान मौजूद सरकारी डाक्टरों की टीम ने इन का मुआइना करते हुए मिस्टर चंद्रा बाबू नायडू को पैरों की सूजन की कमी तक आराम करने का मश्वरा दिया,

लेकिन अवाम को दरपेश मसाइल पर अव्वलीन तर्जीह देते हुए आराम करने के डाक्टरों की जानिब से दिए गए मश्वरा को मुस्तर्द करते हुए पदयात्रा को जारी रखने पर अव्वलीन एहमीयत दी।

तेलगूदेशम पार्टी ज़राए के मुताबिक़ बताया जाता हैके मिस्टर चंद्रा बाबू नायडू जिन्हों ने 11 दिन की पदयात्रा के दौरान अब तक जुमला 200 किलो मीटर का फ़ासिला मुकम्मल किया।

मज़ीद 2140 किलो मीटर तवील फ़ासिला तै करना बाक़ी है इस तरह वो अपनी पदयात्रा के दौरान 16 अज़ला का अहाता करेंगे। इन की ये पदयात्रा मज़ीद 106 दिन तक जारी रहेगी और 26 जनवरी 2013-को उन पर पदयात्रा ख़तम होगी।

इसी ज़राए के मुताबिक़ मिस्टर चंद्रा बाबू नायडू ने अपने इबतिदाई सौ किलो मीटर का फ़ासिला सिर्फ पाँच दिन में मुकम्मल किया था, लेकिन मज़ीद सौ केलो मीटर का फ़ासिला 6 दिन में मुकम्मल किया।