चंद्रा बाबू नायडू से भी पूछताछ की जाए: जगन

हैदराबाद 5 नवंबर (सियासत न्यूज़) सदर वाई ऐस आर कांग्रेस पार्टी मिस्टर जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि अबलापोरम माइनिंग मुआमले में क़ाइद अप्पोज़ीशन मिस्टर एन चंद्रा बाबू नायडू से भी पूछताछ की जाए। सी बी आई ने जिस तरह रियासत वज़ीर-ए-दाख़िला मिसिज़ सबीता इंदिरा रेड्डी से पूछताछ की थी, उन से भी बहैसीयत गवाह पूछताछ की है।

सी बी आई की तलबी पर जगन मोहन रेड्डी ज़िला गुंटूर में जारी पुर्सा यात्रा को मुल्तवी करके हैदराबाद पहुंचे और आज सुबह कोठी पर वाक़्य सी बी आई दफ़्तर पहुंच कर सी बी आई के ओहदा दारों से बातचीत की। जगन मोहन रेड्डी की सी बी आई ऑफ़िस पहुंचने की इत्तिला मिलने के बाद वाई ऐस आर कांग्रेस पार्टी के क़ाइदीन और कारकुन बड़े पैमाने पर उन की क़ियामगाह और सी बी आई दफ़्तर के रूबरू जमा हो गए और उन की ताईद में मुज़ाहरा करते हुए नारेबाज़ी की।

एहितजाजियों को मुंतशिर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया। वाई ऐस आर कांग्रेस के क़ाइदीन ने सी बी आई पर कांग्रेस ब्यूरो आफ़ अनोसटीगीशन में तबदील हो जाने का इल्ज़ाम आइद किया। बावसूक़ ज़राए से पता चला है कि जगन मोहन रेड्डी ने पूछताछ के दौरान सी बी आई के ओहदा दारों के साथ मुकम्मल तआवुन किया। बादअज़ां मीडीया से बातचीत करते हुए सदर वाई ऐस आर कांग्रेस पार्टी ने मीडीया को जी ओ दिखाते हुए कहा कि 2002 -ए-में बहैसीयत चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर एन चंद्रा बाबू नायडू ने जी ओ जारी करते हुए 64.2 एकड़ अराज़ी लीज़ पर अबलापोरम माइनिंग कंपनी को दी थी।

इस जी ओ को सी बी आई ओहदा दारों के हवाले करते हुए चंद्रा बाबू नायडू से भी पूछताछ करने की मैं अपील करचुका हूँ। इस से बड़ा सबूत और क्या हो सकता है कि चंद्रा बाबू नायडू ने अबलापोरम माइनिंग कंपनी के साथ मुकम्मल तआवुन किया है। उन्हों ने कहा कि 1996-ए-में जब मिस्टर एन चंद्रा बाबू नायडू चीफ़ मिनिस्टर थी, उन्हों ने राम मोहन रेड्डी नामी शख़्स को ये अराज़ी लीज़ पर दी थी, जिस को उन्हों ने 2002-ए-में राम मोहन रेड्डी से अबलापोरम माइनिंग कंपनी को लीज़ मुंतक़िल करदी। ये सारी कार्रवाई हुकूमती उमूर का हिस्सा है। हुकूमत के फ़ैसला के बाद ही कार्रवाई हुई है और इस वक़्त चीफ़ मिनिस्टर के ओहदा पर चंद्रा बाबू नायडू फ़ाइज़ थी।

जब इस मसला की छानबीन सी बी आई कर रही है तो लीज़ मुंतक़िल करने वाले चंद्रा बाबू नायडू से पूछताछ क्यों नहीं की जाती? मैंने जी ओ की कापी सी बी आई ओहदा दारों के हवाले करदी है। अबलापोरम माइनिंग मुआमले की तहक़ीक़ात का आग़ाज़ डेढ़ साल क़बल हुआ है, सी बी आई ओहदा दारों ने उन्हें सिर्फ़ गवाह के तौर पर तलब किया है। इस केस से उनका कोई ताल्लुक़ नहीं है। इस से ज़्यादा और क्या सबूत चाहीए कि इस सिलसिले में रियास्ती वज़ीर-ए-दाख़िला मिसिज़ सबीता इंदिरा रेड्डी से भी बहैसीयत गवाह पूछताछ की गई है।

चंद्रा बाबू नायडू और उन से साज़ बाज़ करने वाला मीडीया का एक मख़सूस तबक़ा ओ एमसी मुआमले में मुझे क़सूरवार के तौर पर पेश कर रहा है। अब इस तबक़ा को सहाफ़ती इक़दार को मल्हूज़ रखते हुए चंद्रा बाबू नायडू के रोल को भी मंज़रे आम पर लाना चाआई। इस मौक़ा पर जगन मोहन रेड्डी के हमराह रुकन पार्लीमैंट राज मोहन रेड्डी, अरकान असैंबली जी बाबू राव, टी बालराज के इलावा दीगर भी मौजूद थे।