चंद्र बाबू अख़लाक़ से आरी शख़्स, अवाम के जज़बात की क़दर नहीं

हैदराबाद 11 मार्च (सियासत न्यूज़) एन चंद्र बाबू नायडू एक अख़लाक़ से आरी शख़्स हैं जिन्हें लोगों के जज़बात की कोई क़दर नहीं है। नायडू मज़ीद 3,000 किलो मीटर भी पदयात्रा करलें तब भी उन्हें कुछ हासिल होने वाला नहीं है।

तेलुगु देशम अपोज़ीशन क़ाइद क़ानूनसाज़ कौंसिल डी वीरभद्रा राव ने आज एन टी आर ट्रस्ट भवन में ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बात-चीत करते हुए ये बात कही। उन्हों ने बताया कि चंद्र बाबू नायडू की नज़र में बी सी तबक़ा से ताल्लुक़ रखने वाले दौलतमंद ही पसमांदा तबक़ा हैं।

उन्हों ने सदर तेलुगु देशम पर रुक्न क़ानूनसाज़ कौंसिल की नशिस्तों को फरोख्त करने का इल्ज़ाम आइद करते हुए कहा कि वो दौलतमंद नहीं हैं, इस लिए उन्हें नशिस्त हासिल नहीं हुई। वीरभद्रा राव ने बताया कि तेलुगु देशम पार्टी क़ाइदीन जो नायडू के फ़ैसले से नाराज़ हैं, वो अपने तौर पर उन्हें वाक़िफ़ करवा रहे हैं।

वाज़ेह रहे कि वीरभद्रा राव की क़ानूनसाज़ कौंसिल की रुक्नीयत की मीयाद इसी महीना के अवाख़िर में ख़त्म हो रही है। उन्हें दुबारा रुक्न क़ानूनसाज़ कौंसिल नामज़द ना किए जाने पर विशाखापटनम से ताल्लुक़ रखने वाले तेलुगु देशम क़ाइदीन के ज़ाइद अज़ 600 कारकुनों के हमराह पार्टी से मुस्ताफ़ी होने का एलान कर दिया है।

बताया जाता है कि तेलुगु देशम पार्टी ने अरकान क़ानूनसाज़ कौंसिल के लिए उम्मीदवारों के इंतिख़ाब से कब्ल डी वीरभद्रा राव और दीगर क़ाइदीन से इस सिलसिले में मुशावरत नहीं की। वीरभद्रा राव ने दावा किया कि पार्टी में मौजूद तमाम तबक़ात के क़ाइदीन में सदर तेलुगु देशम के फ़ैसले से नाराज़गी पाई जाती है।