तेलंगाना क़ानूनसाज़ असेंबली में असल अप्पोज़ीशन जमात कांग्रेस ने अपने काबीना अरकान के इन्हिराफ़ के मसले पर टी आर एस हुकूमत को दिफ़ाई मौक़िफ़ इख़तियार करने पर मजबूर कर दिया।
एवान में इस मसले पर बेहस के दौरान अप्पोज़ीशन लेलार के जाना रेड्डी और वज़ीर उमूर मुक़न्निना टी हरीश राव के दरमयान दिलचस्प नोक झोंक होगई जब जाना रेड्डी ने कहा कि जिस अंदाज़ में चीफ़ मिनिस्टर बज़ात-ए-ख़ुद (अप्पोज़ीशन अरकान के) इन्हिराफ़ की हौसला अफ़्ज़ाई कर रहे हैं हम इस का तशवीश-ओ-संजीदगी के साथ नोट ले रहे हैं।
इस मरहले पर टी हरीश राव ने मुदाख़िलत करते हुए कहा कि ये मसला अदालत में ज़ेर तसफ़ीया है जिस पर इज़हार-ए-ख़्याल नहीं किया जा सकता। राव की इस दलील को मुस्तर्द करते हुए जाना रेड्डी ने कहा कि ये मसला अदालत में ज़ेर तसफ़ीया नहीं है।
हम जानते हैंके ये मसला स्पीकर असेंबली के ज़ेर-ए-ग़ौर है और चाहते हैंके वो (स्पीकर) जल्द फ़ैसला करें। जाना रेड्डी ने सख़्त लब-ओ-वलहजा इख़तियार करते हुए कहा कि अगर हमारे चंद अरकान के निकल् जाने से आसमान टूट नहीं पड़ेगा। एक नहीं चार अरकान को चले जाने दीजिए। इस से हमें कोई नुक़्सान नहीं होगा।