आंध्र प्रदेश की तक़सीम और तेलंगाना रियासत के क़ियाम के सिलसिले में मर्कज़ की सरगर्मियों में सीमा आंध्र क़ाइदीन की रुकावटों को देखते हुए टी आर एस के सरब्राह के चन्द्र शेखर राव ने आइन्दा आम इंतिख़ाबात पर तवज्जा मर्कूज़ करने का फैसला किया है।
सदर जम्हूरीया परनब मुखर्जी की जानिब से तेलंगाना मुसव्वदा बिल को असेंबली रवाना किए जाने के बाद सीमा आंध्र क़ाइदीन की जानिब से मुबाहिस में रुकावट के दौरान पार्लीयामेंट का सरमाई इजलास ख़त्म हो गया।
मर्कज़ी हुकूमत ने तेलंगाना बिल को पार्लीयामेंट के सरमाई इजलास में पेश करने का त्यक्क़ुन दिया था। ताहम पार्लीयामेंट के इजलास के इख़तेताम के बाद टी आर एस और तेलंगाना क़ाइदीन में मायूसी पाई जाती है।
एक तरफ़ सीमा आंध्र अरकान आंध्र प्रदेश असेंबली की कार्रवाई में मुसलसल रुकावट पैदा करते हुए मुबाहस को रोकना चाहते हैं ताकि तेलंगाना रियासत के क़ियाम में ताख़ीर हो। दूसरी तरफ़ पार्लीयामेंट के सरमाई इजलास के इख़तेताम के बाद मर्कज़ी हुकूमत को तेलंगाना बिल की मंज़ूरी के लिए ख़ुसूसी इजलास तलब करना पड़ेगा।
टी आर एस के ज़राए ने बताया कि बहुत जल्द तेलुगु देशम और कांग्रेस के मज़ीद अरकान और सीनियर क़ाइदीन पार्टी में शामिल होंगे। टी आर एस को यक़ीन हैकि तशकीले तेलंगाना या फिर अदम तशकील पर 2014 इंतिख़ाबात में पार्टी तेलंगाना के 10 अज़ला में वाहिद बड़ी जमात के तौर पर उभरेगी।