चमत्कार : 15 साल बाद कोमा से बाहर आया एक फ्रांसीसी नागरिक

लंदन : फ्रांस में 35 वर्षीय एक व्यक्ति 15 साल बाद कोमा से बाहर आया है। वह एक कार हादसे में वेजिटेटिव स्टेज (कोमा जैसी अवस्था) में चला गया था। इस अवस्था में इंसान जिंदा तो रहता है, मगर शरीर और मस्तिष्क काम नहीं करते। ऐसे में इसका कोमा से बाहर आना किसी चमत्कार से कम नहीं है।

ऐसे व्यक्ति को दवाओं के सहारे जिंदा रखा जाता है। किसी शख्स के लंबे वक्त बाद कोमा से बाहर आने का ये दुर्लभ मामला है, जब कोई व्यक्ति वेगस नर्व स्टीमुलेशन (वीएनएस) थेरैपी के जरिए चेतना की अवस्था में लाया गया है। वीएनएस थेरैपी पहले से ही मिर्गी और डिप्रेशन (अवसाद) में अपनाई जा रही है। इससे कई साल से वेजिटेटिव स्टेज में पड़े व्यक्ति को भी होश में लाने में मदद मिल सकती है।

शोधकर्ताओं ने कहा कि इस थेरैपी से मिले नतीजों ने उस आम धारणा को चुनौती दी है कि ऐसी अवस्था 12 महीने से ज्यादा रहती है, तो फिर यह स्थायी हो जाती है। डॉक्टरों ने लंबे समय से वेजिटेटिव स्टेज में पड़े इस रोगी पर वीएनएस थेरैपी को आजमाया। एक महीने बाद रोगी के ध्यान, गतिविधियों और मस्तिष्क की गतिविधि में उल्लेखनीय सुधार पाया गया। उसने सामान्य आदेशों पर प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है जो अभी तक संभव नहीं था।

एक और मामला ब्रिटेन की एक पूर्व मॉडल की है जो एक कार हादसे के बाद कोमा में चली गई थी । कोमा से बाहर आने पर उसकी याद्दाश्त दो दशक पीछे चली गई है। 40 वर्षीय मां को पता नहीं कि उसकी एक 14 साल की बेटी भी है। उसे अभी भी लगता है कि वह 1990 के दशक में जी रही है। छह हफ्ते बाद कोमा से बाहर आने पर केंडिस एम्पटेग को लगता है कि वह अभी भी 22 साल की ब्यूटी क्वीन है। वह ये जानकर स्तब्ध है कि उसकी मैडी नाम की 14 साल की बेटी है।  केंडिस अब भी मानती है कि प्रिंसेस डायना जीवित हैं। और स्पाइस गर्ल्स बैंड अब भी काउंटडाउन में नंबर एक पर है।

इसी तरह एक महिला गुलियन बेरी सिंड्रोम की चपेट में आने के कारण कई महीनो से कोमा में थी उसके शरीर के अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। उसे लाइफ सपोर्ट सिस्‍टम पर रखा गया था। उसके बचने की उम्‍मीद न देखते हुए डॉक्‍टरों ने जैनी बोन के पति जॉन से पूछा कि क्‍या उसका लाइफ सपोर्ट सिस्‍टम बंद कर दिया जाए। यह सुनते ही वह उठ बैठी। डोक्टरों ने इसे चमत्कार हि माना था.